Thursday 16 May 2024

मेरी बेटी बड़ी हो गई,साथ मेरे खड़ी हो गई।डांट देती मुझे ऐसे,मेरी वो सहेली हो गई।बीपी शुगर क्यों बड़ाई आपने,क्यों मीठा खाया आपने ।पहन लेती हो कुछ तो भी कपड़े बेतुके ,मैं दिलाऊ तुम्हें कुछ ढंक के।हो जाती हैं नाराज मुझसे,मैं फिर करती हूं बात उससे।कुर्ती पहन रखी इतनी बड़ी,जी लो खुद के लिए दो घड़ी। सफेद बाल क्यों रख रखे?मेंहदी लगाने से क्यों डर रहे । सहज योग, मेडिटेशन क्यों नही करते,अपने आप को पॉजिटिव क्यो नही रखते।मॉर्निंग वाक पर जाओ,अपना मन ध्यान योग पर लगाओ।नेगेटिव विचार मन से हटा दो,अपना मन भक्ति में लगा दो।मेरी हर कमी पुरी हो गई,मेरी बेटी बड़ी हो गई। दुनियां से लड़ेगी मेरे लिए,मेरे कंधे से ऊंची हों गई,मैरी बिटिया मुझसे समझदार हो गई।।#maa #beti.

Tuesday 7 May 2024

जानने की आकांक्षा सुख दुख से ऊपर नहीं ले जाती जाननें के बाद ये समाप्त होता हैजो जैसा चल रहा उसे स्वीकार करना जैसे एक बच्चा कर लेता है कभी रो कर कभी हँस कर इसलिए ही वह बेफिक्र रहता है.. क्योंकि पाने या खोने या मान लेने के लिए वो बुद्धि को ज्यादा देर तक नहीं लगाता बच्चा गफ़लत में ही अपना बचपन व्यतीत कर देता है.. और बचपन अच्छा होता है मुद्दा ये नहीं है , ...मुद्दा ये है की किसी भी विषय पर ज्यादा देर विश्लेषण नहीं करना ही बचपन है. #beautifullife #bachpan #Hindisuvihar #Adhyatama

❤️ एक औरत की कमी तब अखरती हैजब वो चली जाती है, और वापस लौट कर नहीं आतीछत पर लगे जाले व आँगन की धूलहटाने में संकोच आता है।" तुम्हारी ये सफाई " कहने का मौकानहीं मिल पाता !!😢एक औरत की कमी तब अखरती हैजब कालरों की मैल छुटाने मेंपसीना छूट जाता हैचूडियां साथ में नहीं खनकतीउसका "मेहनतकश" होना याद आता है !!❤️एक औरत की कमी तब अखरती हैजब घर में देर से आने पररोटियां ठंडी हो जाती है सब्जियों मेंतुम्हारी पसंद का जायका नहीं रहताऔर तुमसे यह कहते नही बनता"मुझे ये पसंद नहीं "!!❤️एक औरत की कमी तब अखरती हैजब बच्चा रात को ज़ोर से रोता हैआप अनमने से उठ जाते होऔर यह नहीं कह पाते"कितनी लापरवाह हो तुम"!!❤️एक औरत की कमी तब अखरती हैजब आप रात में अकेले सोते हैंकरवट बदलते रहते हैं बगल मेंपर हाथ धरने पर कुछ नहीं मिलता!!❤️एक औरत की कमी तब अखरती हैजब त्यौहारों के मौसम मेंनयी चीज़ों के लिए कोई नहीं लड़ताऔर तुमसे ये कहते नही बनता"और पैसे नहीं हैं "!!❤️एक औरत की कमी तब अखरती हैजब आप गम के बोझ तले दबे होते हैं ,निपट अकेले रोते हैंऔर आपके आंसू पोंछने वाला कोई नहीं होताआप किसी से कुछ नहीं कह पातेहाँ, औरत की कमी तब अखरती जरूर है!! ......... ...... ......... ...... ......... ...... ..... ..... ..... हर उस औरत की कमी अखरती है जो संस्कारी, गृहकार्य में दक्ष तथा हर रिश्ते को बखूबी निभाना जानती है। #beautifullife #hindisuvichsr

Monday 6 May 2024

जानने की आकांक्षा सुख दुख से ऊपर नहीं ले जाती जाननें के बाद ये समाप्त होता हैजो जैसा चल रहा उसे स्वीकार करना जैसे एक बच्चा कर लेता है कभी रो कर कभी हँस कर इसलिए ही वह बेफिक्र रहता है.. क्योंकि पाने या खोने या मान लेने के लिए वो बुद्धि को ज्यादा देर तक नहीं लगाता बच्चा गफ़लत में ही अपना बचपन व्यतीत कर देता है.. और बचपन अच्छा होता है मुद्दा ये नहीं है , ...मुद्दा ये है की किसी भी विषय पर ज्यादा देर विश्लेषण नहीं करना ही बचपन है. #beautifullife #bachpan #Hindisuvihar #Adhyatama

शब्द और रिश्ते की कीमत तभी पता चलती है जब दोनों निकल जाएं, एक मुंह से तो दूसरा जीवन से।