Sunday, 15 October 2023

सांसों का पिंजरा किसी दिनटूट जाएगा, यह मुसाफिर भी किसी राह में छूट जाएगा ।अभी जिंदा हूं तो बात कर लिया करो , क्या पता कब हमसे खुदा. भी रूठ जाएगा ।