Tuesday 31 December 2019
Monday 30 December 2019
Saturday 28 December 2019
सुबह सुबह किसी ने द्वार खटखटाया, मैं लपककर आया,जैसे ही दरवाजा खोलातो सामने बुढ़ापा खड़ा था,भीतर आने के लिए, ,जिद पर अड़ा था..मैंने कहा :"नहीं भाई! अभी नहींअभी तो मेरी उमर ही क्या है..''वह हँसा और बोला :बेकार कि कोशिश ना कर,मुझे रोकना नामुमकिन है... मैंने कहा :".. अभी तो कुछ दिन रहने दे,अभी तक दूसरो के लिए जीया हूँ ..अब अकल आई है तो कुछ दिनअपने लिए और दोस्तों के साथ भी जीने दे..''*बुढ़ापा हंस कर बोला* :"अगर ऐसी बात है तो चिंता मत कर..उम्र भले ही तेरी बढ़ेगीमगर बुढ़ापा नहीं आएगा, तू जब तक दोस्तों के साथ जीएगा,खुद को जवान ही पाएगा..''*तो दोस्तों, चलो आजसे ही* *बढ़ती उम्र का लुत्फ़ उठाएं**और अपने बुढ़ापे को* *जवान बनाएं!!*😜
Thursday 26 December 2019
Tuesday 24 December 2019
लोग क्या कहेंगे यह बात हमारी आत्मा बन गई हैं।और बड़े मजे की बात हैं आप जिनसे डरते हैं कि ये लोग क्या कहेंगे, वो भी आपसे डरते हैं कि ये लोग क्या कहेंगे।सब एक दूसरे से डर रहे हैं और जीवन गवां रहें हैं।इसलिए दूसरों की आंखों से देखना बंद करो, तुम्हारे पास आंखे हैं, तुम अंधे नहीं हो।जो व्यक्ति सदा दूसरों की आंखों में अपनी छवि खोजता हैं वह कभी भी निजता को उपलब्ध नहीं हो पाता।वस्तुतः वह व्यक्ति नहीं रह जाता, भीड़ हो जाता हैं - प्रदूषित भीड़।और याद रखना भीड़ सदा भेड़ों की होती हैं, सिंह अकेले चलते हैं। 0$H0
Monday 23 December 2019
😜😜😜😜😜आज मैंने अपने आप से पूछा कि जिंदगी कैसे जीनी चाहिए ?मुझे मेरा पूरा कमरा ही जवाब देने लगाछत ने कहा – ऊंचा सोंचोपंखे ने कहा – दिमाग ठंडा रक्खोघड़ी ने कहा – समय की कदर करोकैलेंडर ने कहा – वक्त के साथ चलोपर्स ने कहा – भविष्य के लिए बचाओशीशे ने कहा – अपने आप को देखोदीवार ने कहा – दूसरों का बोझ बांटोखिड़की ने कहा – अपने देखने का दायरा बढ़ाओफर्श ने कहा – जमीन से जुड़ कर रहो.फिर मैंने बिस्तर की तरफ देखा और *बिस्तर ने कहा* –,रजाई ओढ़ कर सो जा पागल ठंड बहुत है।बाकी सब मोह माया है।😜😂😂😂😂😂😂Happy winter
Saturday 21 December 2019
Friday 20 December 2019
Thursday 19 December 2019
Wednesday 18 December 2019
Tuesday 17 December 2019
Monday 16 December 2019
Sunday 15 December 2019
Saturday 14 December 2019
Friday 13 December 2019
Thursday 12 December 2019
Wednesday 11 December 2019
Tuesday 10 December 2019
धोखा देने वाले लोगों को एक बार तो माफ कर देना चाहिए । लेकिन दूसरी बार धोखा देने वालों पर दोबारा विश्वास हरगिज़ नहीं करना चाहिए। गलतियां तो सभी से हो जाती हैं, गलतियों की माफी भी होती है।पर धोखा देना गलती नहीं होता, अक्षम्य होता है।अगर आप ऐसे लोगों पर वापस से विश्वास करने की सोच रखते हैं तो अवश्य ही आप एक बार फिर धोखा खाएंगे । क्यूंकि , विश्वासघात करने वाले किसी के सगे नहीं होते, वो बस अपना फायदा देखते हैं, ईमान धरम नहीं होता उनका।“ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको हमने ठगा नहीं ”। skl.
Monday 9 December 2019
Sunday 8 December 2019
Saturday 7 December 2019
Friday 6 December 2019
Thursday 5 December 2019
Wednesday 4 December 2019
Tuesday 3 December 2019
Monday 2 December 2019
एक विवाहित बेटी का पत्र उसकी माँ के नाम माँ तुम बहुत याद आती हो अब मेरी सुबह 6 बजे होती है और रात 12 बज जाती है, तब माँ तुम बहुत याद आती हो सबको गरम गरम परोसती हूँ, और खुद ठंढा ही खा लेती हूँ, तब माँ तुम बहुत याद आती हो जब कोई बीमार पड़ता है तो एक पैर पर उसकी सेवा में लग जाती हूँ, और जब मैं बीमार पड़ती हूँ तो खुद ही अपनी सेवा कर लेती हूँ, तब माँ तुम बहुत याद आती हो जब रात में सब सोते हैं, बच्चों और पति को चादर ओढ़ाना नहीं भूलती, और खुद को कोई चादर ओढाने वाला नहीं, तब माँ तुम बहुत याद आती हो सबकी जरुरत पूरी करते करते खुद को भूल जाती हूँ, खुद से मिलने वाला कोई नहीं, तब ;माँ तुम बहुत याद आती हो यही कहानी हर लड़की की शायद शादी के बाद हो जाती है कहने को तो हर आदमी शादी से पहले कहता है माँ की याद तुम्हें आने न दूँगा पर, फिर भी क्यों? माँ तुम बहुत याद आती हो
Saturday 30 November 2019
Friday 29 November 2019
Thursday 28 November 2019
Wednesday 27 November 2019
Monday 25 November 2019
Saturday 23 November 2019
Friday 22 November 2019
Thursday 21 November 2019
Tuesday 19 November 2019
Monday 18 November 2019
Sunday 17 November 2019
Saturday 16 November 2019
Friday 15 November 2019
Wednesday 13 November 2019
समंदर सारे शराब होते तो सोचो कितना बवाल होता, हक़ीक़त सारे ख़्वाब होते तो सोचो कितना बवाल होता..!! किसी के दिल में क्या छुपा है ये बस ख़ुदा ही जानता है, दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितना बवाल होता..!! थी ख़ामोशी हमारी फितरत में तभी तो बरसो निभ गयी लोगो से, अगर मुँह में हमारे जवाब होते तो सोचो कितना बवाल होता..!! हम तो अच्छे थे पर लोगो की नज़र में सदा बुरे ही रहे, कहीं हम सच में ख़राब होते तो सोचो कितना बवाल होता..
Tuesday 12 November 2019
Monday 11 November 2019
Sunday 10 November 2019
Friday 8 November 2019
Wednesday 6 November 2019
Sunday 3 November 2019
Saturday 2 November 2019
Thursday 31 October 2019
Monday 28 October 2019
Sunday 27 October 2019
Saturday 26 October 2019
Friday 25 October 2019
Thursday 24 October 2019
Wednesday 23 October 2019
Tuesday 22 October 2019
Monday 21 October 2019
Sunday 20 October 2019
Saturday 19 October 2019
Friday 18 October 2019
Thursday 17 October 2019
Tuesday 15 October 2019
Saturday 12 October 2019
Friday 11 October 2019
Thursday 10 October 2019
Tuesday 8 October 2019
Monday 7 October 2019
अचानक एक मोड़ पर सुख और दुःख की मुलाकात हो गई दुःख ने सुख से कहा : - तुम कितने भाग्यशाली हो , जो लोग तुम्हें पाने की कोशिश में लगे रहते हैं.... सुख ने मुस्कराते हुए कहा : -भाग्यशाली मैं नहीं तुम हो...! दुःख ने हैरानी से पूछा : - "वो कैसे? सुख ने बड़ी ईमानदारी से जबाब दिया : -वो ऐसे कि तुम्हें पाकर लोग अपनों को याद करते हैं , लेकिन मुझे पाकर सब अपनों को भूल जाते हैं।।
Sunday 6 October 2019
Thursday 3 October 2019
Tuesday 1 October 2019
Monday 30 September 2019
Saturday 28 September 2019
Friday 27 September 2019
Thursday 26 September 2019
Nice lines* मकान जले तो बीमा ले सकते हैं, सपने जले तो क्या किया जाए... आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं, आँख बरसे तो क्या किया जाए... शेर दहाड़े तो भाग सकते हैं, अहंकार दहाड़े तो क्या किया जाए... काँटा चुभे तो निकाल सकते हैं, कोई बात चुभे तो क्या किया जाए... दर्द हो तो गोली / दवा ले सकते हैं, वेदना हो तो क्या किया जाये... *एक अच्छा मित्र एक दवा जैसा होता है* *पर एक अच्छा ग्रुप पुरे मेडिकल स्टोर जैसा होता है...*
Wednesday 25 September 2019
Tuesday 24 September 2019
दो भाई समुद्र के किनारे टहल रहे थे , दोनों के बीच किसी बात को लेकर बेहस होगई, बड़े भाई ने छोटे भाई को थप्पड़ मार दिया ,छोटे भाई ने कुछ नहीं कहा सिर्फ रेत पे लिखा... "आज मेरे बड़े भाई ने मुझे मारा "-- अगले दिन दोनों फिर समुद्र किनारे घूमने के लिए निकले छोटा भाई समुद्र में नहाने लगा अचानक वो डूबने लगा बड़े भाई ने उसे बचाया छोटे भाई ने पत्थर पे लिखा " आज मेरे भाई ने मुझे बचाया " बड़े भाई ने पूछा जब मेने तुम्हे मारा तब तुमने रेत पे लिखा और जब तमको बचाया तो पत्थर पे लिखा ऐसा क्यों विवेकशील छोटे भाई ने जवाब दिया ----- जब हमे कोई दुःख दे तो रेत पे लिखना चाहिए ताकि वे जल्दी मिट जाये परन्तु जब कोई हमारे लिए अच्छा करता हे तो हमें पत्थर पर लिखना चाहिए जहा मिट ना पाएं भाव ये हे की हमे अपने साथ हुई बुरी घटना को भूल जाना चाहिए जबकि अच्छी घटना को सदेव याद रखना चाहिए !!
Monday 23 September 2019
Saturday 21 September 2019
Friday 20 September 2019
Wednesday 18 September 2019
Tuesday 17 September 2019
Monday 16 September 2019
Sunday 15 September 2019
Saturday 14 September 2019
Wednesday 11 September 2019
Tuesday 10 September 2019
Monday 9 September 2019
Sunday 8 September 2019
Saturday 7 September 2019
मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिए…. ……अभिमान मर जाएगा आँखें को थोड़ा भिगा कर देखिए….. …. पत्थर दिल पिघल जाएगा दांतों को आराम देकर देखिए……… …स्वास्थ्य सुधर जाएगा हाथों को कुछ काम देकर देखिए…… …चहुं ओर उजियारा पसर जाएगा जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए… …..क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए.. …….खुशियों का संसार नज़र आएगा
तू मायूस न हो न तू थका है न तू झुका है तू तो बस कुछ पल के लिए रुका है ... बेशक़ चाँद को छूने का ख्वाब था ,आँखे नम है पर करोड़ो दिलो को छू लिया वो भी क्या कम है ये चन्द किलोमीटर क्या तेरी प्रतिभा को दर्शाएंगे तेरे बिना तो वो चाँद तारे भी अकेले नजर आएंगे कर महनत लिख दे तू अब नई परिभाषा ... अब तो चाँद को भी है तिरंगे की अभिलाषा।
Friday 6 September 2019
Wednesday 4 September 2019
Tuesday 3 September 2019
Sunday 1 September 2019
Saturday 31 August 2019
Friday 30 August 2019
Thursday 29 August 2019
Wednesday 28 August 2019
Monday 26 August 2019
Sunday 25 August 2019
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Friday 23 August 2019
Thursday 22 August 2019
Wednesday 21 August 2019
Tuesday 20 August 2019
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Saturday 17 August 2019
Thursday 15 August 2019
Wednesday 14 August 2019
Tuesday 13 August 2019
इतना आसान नही होता यूँ पुरुष का जन्म ले लेना अनगिनत दुआओं और बेहिसाब मन्नतों के धागों की पैदाइश होते हैं ये पुरुष और उस पर भी ज़िंदा रहने के लिए इन्हें चाहिये सिंदूर, बिंदी, मंगलसूत्र, बिछिया, लाल चूड़ियाँ और लाल चुंदरी और हरी - हरी मेंहदी के पुख्ता कवच कुण्डल भी ...तब कही जाके इनकी ज़िंदगी सुरक्षित हो पाती है और औरत क्या गज़ब जिजीविषा है औरत में लाखों बद्द्दुआओं और बेहिसाब हिकारत के बाद भी वो जन्म लेती है ज़िंदा रहती है और जी के दिखा देती है::::🌷
Monday 12 August 2019
Saturday 10 August 2019
Friday 9 August 2019
Thursday 8 August 2019
Wednesday 7 August 2019
Tuesday 6 August 2019
Sunday 4 August 2019
Saturday 3 August 2019
Friday 2 August 2019
Thursday 1 August 2019
Wednesday 31 July 2019
Monday 29 July 2019
Sunday 28 July 2019
Saturday 27 July 2019
गिरना भी अच्छा है “गिरना भी अच्छा है, औकात का पता चलता है… बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को… अपनों का पता चलता है! जिन्हे गुस्सा आता है, वो लोग सच्चे होते हैं, मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है… सीख रहा हूँ मैं भी, मनुष्यों को पढ़ने का हुनर, सुना है चेहरे पे… किताबो से ज्यादा लिखा होता है…!” —अमिताभ बच्चन –
Friday 26 July 2019
Thursday 25 July 2019
Tuesday 23 July 2019
Monday 22 July 2019
Sunday 21 July 2019
Saturday 20 July 2019
Friday 19 July 2019
Thursday 18 July 2019
Wednesday 17 July 2019
Monday 15 July 2019
Sunday 14 July 2019
Saturday 13 July 2019
Friday 12 July 2019
Thursday 11 July 2019
Wednesday 10 July 2019
Tuesday 9 July 2019
Monday 8 July 2019
Sunday 7 July 2019
Saturday 6 July 2019
Friday 5 July 2019
Thursday 4 July 2019
Wednesday 3 July 2019
यदि मनुष्य सीखना चाहे तो प्रकृति से बहुत कुछ सीख सकता है,और सारी प्रकृति से ही क्यो, एक वृक्ष से ही बहुत कुछ सीख सकता है, बस सीखने की सोच होना चाहिए। एक वृक्ष खड़ा रहता है, गर्मी, सर्दीऔर बरसात में भी,अचल, अटल। बहुत सी आँधियों और तूफानो का सामना भी करता है। और सोच ... कभी नही सोचता कितने फूल उगाये उसने, कितने फल खिलाये उसने, कितने काट ले गये उसको। फिर भी लगा रहता है, एक नये सृजन के लिए। अपनी उन्हीं शाखाओ और पत्तियो के साथ जो शेष बची है। कभी अफसोस नहीं करता कि पहले मै ऐसा हुआ करता था, पहले मै बैसा हुआ करता था। न कोई घमंड न कोई पाश्याताप । तो सीख लो उससे हे प्राणी बहुत कुछ है सीखने को, हर वक्त तेरी ये शिकायत ,कोई मिला नही सिखाने वाला ,कोई मिला नही आदर्श दिखाने वाला। ये बहाने है तुम्हारे। सीख तो तुम्हें एक पत्ता भी दे सकता है। वृक्ष से जुडे रहोगे तो वृक्ष कह लाओगे। और अलग होगे तो कूडे की तरह, झाड कर फेक दिये, जाओगे।
Tuesday 2 July 2019
Monday 1 July 2019
Sunday 30 June 2019
Saturday 29 June 2019
Friday 28 June 2019
Thursday 27 June 2019
Wednesday 26 June 2019
Tuesday 25 June 2019
Monday 24 June 2019
Sunday 23 June 2019
Aaj kal ki Kadvi sachai..!! Jisne bhi likha hai bahut khub likha hai . 👌👌. source.....whatsapp..🌹🌹 जब रिश्ते दिल की जगह दिमाग से निभाए जाने लगें तब उस रिश्ते का अस्तित्व धीरे धीरे ख़तम होने लगता है या फिर बहोत कमज़ोर होने लगता है, और उस रिश्ते में सिर्फ औपचरिकता ही शेष रह जाती है, पहले राजेश की सोंचता था, रिश्ते तो सिर्फ दिल से निभाए जाते हैं उसमे दिमाग का क्या काम, उसे लगता था कि सारे लोग उसकी तरह से हर रिश्ते को पूरी इमानदारी के साथ सिर्फ और सिर्फ दिल से निभाते हैं, वो हर रिश्ते को दिल से निभाया करता था अपने दिमाग का इस्तेमाल उसने रिश्तों को संजोय रखने के लिए कभी नहीं किया, कुछ लोगों ने इसे बेवकूफी भी कहा और कुछ ने तो इसका पूरा पूरा फायदा भी उठाया, धीरे धीरे उम्र बढ़ती गई और जिंदगी ने रिश्तों को समझने के नए आयाम दिए, नए तजुर्बे दिए, नए तरीके सिखाये, ये सारा कुछ बदलने में काफी वक़्त बीत गया, जिन लोगों से रिश्ता कभी दिल से निभाया था आज उन्ही लोगों ने रिश्तों में दिल के इस्तेमाल को पूरी तरह से हटाकर दिमाग का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, अब ज़ाहिर सी बात की अगर सामने वाला ही रिश्तों को ऐसे निभायेगा तो स्वाभाविक था सो एक दिन राजेश को बदलना ही पड़ा, और उन्ही के नज़रिए से रिश्तों को निभाना पड़ा, जब बड़ा हुआ तब इस बात का अहसास बेहतर ढंग से हो पाया की लोग उसके भोलेपन का फायदा उठा रहे हैं रिश्तों को निभाने की आढ़ में, बात कुछ दिनों पहले की ही है, जब एक बड़े भैय्या से बात हुई तो मालूम पड़ा की उनको किसी काम से हमारे शहर आना था, उनको आज मेरे साथ की जरुरत थी वो भी सिर्फ इसलिए कि उनके लिए ये शहर एकदम नया था, इसलिए नहीं की छोटे भाई का साथ अच्छा लगता है, हर बार तो मैं उनके साथ जाने की हामी भर देता था बिना कुछ सोंचे, पर इस बार पता नहीं क्यूँ मैंने बहाना बना कर उनके साथ जाने से मना कर दिया, आज मुझे भी इन लोगों ने सिखा ही दिया, कि रिश्ते दिल से नहीं दिमाग से निभाने चाहिए और हो सके तो एक-दो झूठ भी बोल देने चाहिए, पता नहीं आज भी जब रिश्तों को निभाने के लिए झूठ बोलता हूँ तो मन गवाही नहीं देता, पर क्या करें इन लोगों को रिश्ते ऐसे निभाना ही पसंद है, कभी कभी तो रिश्तों की आढ़ में अपना स्वार्थ साध लिया जाता है, अब इन रिश्तों से खुशबू नहीं आती, बस ये कागज़ के फूल बन कर रह गए हैं, पहले गरमाहट थी पर अब इन रिश्तों से आंच आने लगी है, जो दो पल साथ रहो तो तकलीफ देने लगती हैं, इन रिश्तों की उम्र अब दिन-ब-दिन छोटी होने लगी है, रिश्तों की डोर बहोत नाज़ुक सी हो गई है, पता नहीं कब किस पल किस बात पर ये टूट कर बिखर जायें.
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