मैं अंधी नहीं हूं, मैं सब कुछ देखती हूं।मैं देखती हूं......जब लोग मुझे अलग तरह से ट्रीट करते हैं।...जब दूसरों को लगता है कि मैं इतनी मूर्ख हूं कि झूठ को समझ नहीं पाऊंगी।...जब मैं योजना का हिस्सा नहीं होती।...जब कुछ लोग मेरे प्रति अजीब व्यवहार करते हैं।...जब मैं सिर्फ एक विकल्प होती हूं।...जब मुझे किसी और के फायदे के लिए इस्तेमाल किया जाता है।...जब दया का कोई और मतलब होता है।...जब लोग साजिश करते हैं।मैं सब कुछ देखती हूं।तो मेरी चुप्पी को मूर्खता न समझें।मैं इसके लिए बहुत सतर्क हूं।मैं अंधी नहीं हूं, मैं सब कुछ देखती हूं।