Monday, 30 September 2019
Saturday, 28 September 2019
Friday, 27 September 2019
Thursday, 26 September 2019
Nice lines* मकान जले तो बीमा ले सकते हैं, सपने जले तो क्या किया जाए... आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं, आँख बरसे तो क्या किया जाए... शेर दहाड़े तो भाग सकते हैं, अहंकार दहाड़े तो क्या किया जाए... काँटा चुभे तो निकाल सकते हैं, कोई बात चुभे तो क्या किया जाए... दर्द हो तो गोली / दवा ले सकते हैं, वेदना हो तो क्या किया जाये... *एक अच्छा मित्र एक दवा जैसा होता है* *पर एक अच्छा ग्रुप पुरे मेडिकल स्टोर जैसा होता है...*
Wednesday, 25 September 2019
Tuesday, 24 September 2019
दो भाई समुद्र के किनारे टहल रहे थे , दोनों के बीच किसी बात को लेकर बेहस होगई, बड़े भाई ने छोटे भाई को थप्पड़ मार दिया ,छोटे भाई ने कुछ नहीं कहा सिर्फ रेत पे लिखा... "आज मेरे बड़े भाई ने मुझे मारा "-- अगले दिन दोनों फिर समुद्र किनारे घूमने के लिए निकले छोटा भाई समुद्र में नहाने लगा अचानक वो डूबने लगा बड़े भाई ने उसे बचाया छोटे भाई ने पत्थर पे लिखा " आज मेरे भाई ने मुझे बचाया " बड़े भाई ने पूछा जब मेने तुम्हे मारा तब तुमने रेत पे लिखा और जब तमको बचाया तो पत्थर पे लिखा ऐसा क्यों विवेकशील छोटे भाई ने जवाब दिया ----- जब हमे कोई दुःख दे तो रेत पे लिखना चाहिए ताकि वे जल्दी मिट जाये परन्तु जब कोई हमारे लिए अच्छा करता हे तो हमें पत्थर पर लिखना चाहिए जहा मिट ना पाएं भाव ये हे की हमे अपने साथ हुई बुरी घटना को भूल जाना चाहिए जबकि अच्छी घटना को सदेव याद रखना चाहिए !!
Monday, 23 September 2019
Saturday, 21 September 2019
Friday, 20 September 2019
Wednesday, 18 September 2019
Tuesday, 17 September 2019
Monday, 16 September 2019
Sunday, 15 September 2019
Saturday, 14 September 2019
Wednesday, 11 September 2019
Tuesday, 10 September 2019
Monday, 9 September 2019
Sunday, 8 September 2019
Saturday, 7 September 2019
मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिए…. ……अभिमान मर जाएगा आँखें को थोड़ा भिगा कर देखिए….. …. पत्थर दिल पिघल जाएगा दांतों को आराम देकर देखिए……… …स्वास्थ्य सुधर जाएगा हाथों को कुछ काम देकर देखिए…… …चहुं ओर उजियारा पसर जाएगा जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए… …..क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए.. …….खुशियों का संसार नज़र आएगा
तू मायूस न हो न तू थका है न तू झुका है तू तो बस कुछ पल के लिए रुका है ... बेशक़ चाँद को छूने का ख्वाब था ,आँखे नम है पर करोड़ो दिलो को छू लिया वो भी क्या कम है ये चन्द किलोमीटर क्या तेरी प्रतिभा को दर्शाएंगे तेरे बिना तो वो चाँद तारे भी अकेले नजर आएंगे कर महनत लिख दे तू अब नई परिभाषा ... अब तो चाँद को भी है तिरंगे की अभिलाषा।
Friday, 6 September 2019
Wednesday, 4 September 2019
Tuesday, 3 September 2019
Sunday, 1 September 2019
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