Monday, 16 September 2019

"क्षमा" केवल गलती का मरहम हो सकता है, "विश्वास" तोड़ने का नहीं। इसलिये जीवन में ध्यान रहे कि हम कोई "गलती" भले ही करें, पर किसी का "विश्वास" न तोड़ें। क्योंकि माफ करना फिर भी "सरल" है, पर भूलना व पुन: विश्वास करना "असंभव" है।