Monday, 31 July 2023
#happyrakhi #bhai #bhein #भाई का आग्रह*नहीं रही माँ! तो मत संशय में आ जाना तुममाँ सा लाड़ करूँगा बहना मैके आना तुमस्वागत करती तख्ती जैसा जड़ा मिलूंगा मैंफूलों जैसा तुम्हें राह में पड़ा मिलूंगा मैंमुख्य द्वार पर बैठी माँ ज्यूं रस्ता तकती थीलगा टकटकी उसी द्वार पर खड़ा मिलूंगा मैंजैसे माँ से मिली,मुझे यूं गले लगाना तुममाँ सा लाड़ करूँगा बहना मैके आना तुमसिर्फ अकेली! या फिर बच्चों को लाओगी तुमराखी के कितने दिन पहले आ जाओगी तुमकितने दिन अब और बचे हैं हर दिन पूछूंगामाँ के जैसा ही बैचेन मुझे पाओगी तुमकौन गाँव तक पहुँची करके फोन बताना तुममाँ सा लाड़ करूँगा बहना मैके आना तुमतुम्हें लगाने को बिटिया ने मेहंदी घोली हैबेटे ने कुछ उम्मीदों की सूची खोली हैसाड़ी मनपसंद खरीदूंगी खुद बहनों कीमुझे तुम्हारी भाभी कल ही ऐसा बोली हैदुनिया की बातों में मन को मत उलझाना तुममाँ सा लाड़ करूँगा बहना मैके आना तुमएक इमारत है, ईंटें हैं, केवल गारा हैइसको घर कर देता पावन प्यार हमारा हैदौलत के झूठे चिथड़ों में नहीं लपेटा हैमात-पिता ने सदा प्रेम से हमें सँवारा हैनेह तिलक जीवन भर मेरे भाल लगाना तुममाँ सा लाड़ करूँगा बहना मैके आना तुम । #sister #brother.
Friday, 28 July 2023
ये औरतें भी न!दो मिनट की आरामदायक और बच्चों के पसंद की ज़ायकेदार मैगी को छोड़, किचन में गर्मी में तप कर हरी सब्ज़ियाँ बनाती फिरती हैं।बच्चे मुँह बिचकाकर नाराज़गी दिखलाते हैं सो अलग,फिर भी बाज नहीं आती।! ये औरतें भी न, जब किसी बात पे दिल दुखे ,तो घर मे अकेले में आँसुओं की झड़ी लगा देगी।लेकिन बाहर अपनी सहेलियों के सामने तो ऐसे मुस्कुरायेगी,जैसे उसके जितना सुखी कोई नहीं।! ये औरतें भी न,जब कभी लड़ लेगी पति से,तो सोच लेगी अब मुझे तुमसे कोई मतलब नहीं।लेकिन शाम में जब घर आने में पति महाशय को देर हो जाये,तो घड़ी पे टक-टकी लगाए रहेगी।और बच्चों से बोलेगी,"फोन कर के पापा से पूछो आये क्यों नहीं अभी तक?"अरे यार! ये औरतें भी न,तिनका तिनका जोड़कर अपने आशियाने को बनाती और सजाती हैं,चलती और ढलती रहती है सबके अनुसार।लेकिन कभी एक कदम भी बढ़ा ले अपने अनुसार,तो "यहाँ ऐसे नहीं चलेगाजाओ अपने घर (मायका)ये सब वहीं करना।"सुन रो रोकर सोचती रहती है,अब मैं इस घर में नहीं रहूँगी।रात भर आँसुओं से तकिया गीला कर,उल्लू की तरह आँखें सूजा लेती हैं।अगले दिन फिर से सुबह उठकरतैयार करने लगती है,बच्चों की टिफिन और सबके के लिए नाश्ता।बदलने लगती है ड्राइंग रूम के कुशन कवर, और फिर से सींचने लगती हैअपने लगाए पौधों को।सच में एकदम पागल है!सोचती कुछ है और करती कुछ! ये औरतें भी न,--#Aurat #औरत #womens
Wednesday, 26 July 2023
#maut #death. क्या आप जानते हैं कि आपके अंतिम संस्कार के बाद आम तौर पर क्या होता है?कुछ ही घंटों में रोने की आवाज पूरी तरह से बंद हो जाएगी।रिश्तेदारों के लिए होटलों से खाना मंगवाने में जुटेगा परिवार..पोते दौड़ते और खेलते रहेंगे।कुछ पुरुष सोने से पहलेआपके बारे में कुछ संवेदनात्मक टिप्पणी करेंगे!कोई रिश्तेदार आपकी बेटी से फोन पर बात करेगा कि आपात स्थिति के कारण वह व्यक्तिगत रूप से नहीं आ पा रहा है।अगले दिन रात के खाने में, कुछ रिश्तेदार कम हो जाते हैं, और कुछ लोग सब्जी में पर्याप्त नमक नहीं होने की शिकायत करते हैं।भीड़ धीरे धीरे छंटने लगेगी..आने वाले दिनों मेंकुछ कॉल आपके फोन पर बिना यह जाने आ सकती हैं कि आप मर चुके हैं।आपका कार्यालय या दुकान आपकी जगह लेने के लिए किसी को ढूंढने में जल्दबाजी करेगा।दो सप्ताह में आपका बेटा और बेटी अपनी आपातकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद काम पर लौट आएंगे।महीने के अंत तक आपका जीवनसाथी भी कोई कॉमेडी शो देख कर हंसने लगेगा।सबका जीवन सामान्य हो जाएगाजिस तरह एक बड़े पेड़ के सूखे पत्ते में और जिसके लिए आप जीते और मरते हैं, उसमें कोई अंतर नहीं है, यह सब इतनी आसानी से, इतनी तेजी से, बिना किसी हलचल के होता है।आपको इस दुनिया में आश्चर्यजनक गति से भुला दिया जाएगा।इस बीच आपकी प्रथम वर्ष पुण्यतिथि भव्य तरीके से मनाई जाएगी।पलक झपकते हीसाल बीत गए और तुम्हारे बारे में बात करने वाला कोई नहीं है।एक दिन बस पुरानी तस्वीरों को देखकर आपका कोई करीबी आपको याद कर सकता है,मुझे अभी बताओ...लोग आपको आसानी से भूलने का इंतजार कर रहे हैंफिर आप किसके लिए दौड़ रहे हो? और आप किसके लिए चिंतित हैं?अपने जीवन के अधिकांश भाग के लिए 80% आप इस बारे में सोचते हैं कि आपके रिश्तेदार और पड़ोसी आपके बारे में क्या सोचते हैं। क्या आप उन्हें संतुष्ट करने के लिए जीवन जी रहे हैं? जो किसी काम का नहीं !जिंदगी एक बार ही मिलती है, बस इसे जी भर के जी लो…. हां एक बात और अपनी क्षमता के अनुसार किसी जरुरतमंद की सहायता प्रेम पूर्वक जरूर करना, वह आपको हमेशा याद रखेगा।अहंकार छोड़िये अपने होने का,नेक कर्म करते रहिये,यही है जिन्दगी।🙏
Tuesday, 25 July 2023
Monday, 24 July 2023
.. ︵︷︵︷︵︷︵︷︵︷︵ खुशी के कुछ पल अपने लिए भी निकालो ︶︸︶︸︶︸︶︸︶︸︶ बारिश पड़े, तो भागिए नहीं, ☞ छत मत खोजिये ☜ ☔ ... छाते ... ☔ कभी-कभार बंद भी रखिये. किस बात का डर है ? भीग जायेंगे ना ..!! तो क्या हुआ .... पिघलेंगे नहीं. फिर से सूख जायेंगे. ★ तेजाब नहीं बरस रहा है. ★ आपकी 799 वाली टी-शर्ट भी सूख जायेगी , ब्राँड भी उसका ... Levis से Lebis नहीं हो जायेगा. मोबाइल पॉलीथिन में रख लीजिये. सड़क साफ़ है ... कोई नहीं आएगा. उस स्ट्रीट लैम्प की पीली रौशनी में ... डिस्को करती बूँदों को देखिये. थोड़ा धीरे चलिए .... 🚶🚶 जल्दी पहुँच कर भी ... क्या बदल जाना है ?🌈 बारिश बदलाव है. मौसम का, मन का कल्पनाओं का और ... लाइफ के गियर का. दिमाग से दिल की तरफ. सब धुल रहा है ... प्रकृति सब कुछ धो रही है. फिर आप क्यूँ ... उसी मनहूसियत की ★ चीकट लपेटे घूम रहे हैं. ★ याद कीजिये .... वो कागज़ की नाव, कॉलेज/कोचिंग में भीगे सिर आए वो लड़की, लड़के, बारिश में जबरदस्ती नाचने को खींच कर ले गये दोस्त. सब चलते-चलते याद कीजिये. दुहराना आसान नहीं होता, दुहराना चाहिए भी नहीं. लेकिन ... सहेजा तो जा ही सकता है. ताकि ऐसी किसी बारिश में चलते-चलते सोच कर मुस्कुराया भी जा सके.🎯 ज़ुकाम से मत डरिये ☞ दवा से सही हो जायेगा. ☜ बारिश से डरेंगे तो फिर आपका ज़ुकाम ~ महंगा वाला शावर भी ... ठीक नहीं कर पायेगा. और वैसे भी ... 🚿 मैंने शावर में लोगों को 🚿 सिर्फ़ रोते सुना है, मुस्कुराते नहीं. क्योंकि ... उनका गाना भी ... ★ रोने से कम नहीं होता है. ★ 💦 😭 😭 💦 बारिश आई है ... थोड़ा चल लीजिये. थोड़ा भीग लीजिये, खुद से मिल लीजिये. थोड़ा मुस्कुरा भी लीजिये. ❗ क्योंकि ❗ बारिश चन्द दिनों के लिये आई है, जैसे सावन में बिटिया घर आई हो. चली जायेगी वापस ..... फिर न रोइयेगा, कि ... अब कब आयेगी ? ~ बारिश हो रही है ~ ... उसके सहारे कुछ पल ... अपने लिये भी जी लेने की कोशिश कर लीजिये. #barish #rain
धीमे धीमे कहता क्या है शोर मचाये हाकिम ऊँचा सुनता है शोर मचागूंगों में रह कर गूंगा हो जाएगातू तो शोर मचा सकता है शोर मचाख़ामोशी बद- शगुनी लेकर आती हैशोर बड़ा अच्छा होता है शोर मचाबोल नहीं सकते हैं जो सब मुर्दा हैंतू बतला दे तू ज़िंदा है शोर मचाज़ेहन तो बोलेगा चुप रहना बेहतर हैतू वो कर जो दिल कहता है शोर मचादस्तक से जब हक़ का दरवाज़ा न खुलेशोर मचाने से खुलता है शोर मचा~ वरुण आनंद { पोस्टर ~ Anjali Nikhra #Kavita
Sunday, 23 July 2023
अभी तो उसे वक्त ने इजाजत दी हैअभी तो जिम्मेदारियाँ कंधे से हटीं हैंअभी तो सुकून मिला हैअभी तो लंबी साँस ली हैअभी तो खुद को जी भर निहारा हैअभी तो खुद की तरफ मुडी हैअभी तो उमंगों को बक्से से निकाला हैअभी तो सीले सपनों को धूप लगी हैअभी तो हिम्मत की हैअभी तो मन की सुनी हैअभी तो हर डर से बाहर निकली हैअभी तो खुशी मिली हैअभी तो बेपरवाही का हाथ पकडा हैअभी तो होंठों पे हँसी खिली हैअभी तो काँपते हाथों खुद को सजाया हैअभी तो खुद से प्रीत लगी है !और तुमने बिना सोचे समझेबिना जाने पहचानेउसकी तरफ फिकरा उछाल दियाकि 'बूढी घोडी लाल लगाम' !सुनो.....कभी उसकी जिन्दगी गुजारकर देखो न !!!~ अज्ञात #oldage #women #lady #housewife Dedicated to all respected mothers.. Salute 🙏🙏❤️❤️❤❤❤
Wednesday, 19 July 2023
ज़िंदगी में एक ऐसा दोस्त ज़रुर होना चाहिए, जिससे आप जब चाहें कॉल कर सकें, मैसेज कर सकें, सलाह-मशवरा ले सकें, सुख-दुःख बाँट सकें, डांट सकें, लड़ सकें, कंधे पर सिर रख कर रो सकें, खुलकर हँस सकें, घूम सकें, जब चाहें मिल सकें, बेझिझक होकर निःसंकोच सब कुछ उसे बता सकें बिना इस बात की परवाह किये कि सामने वाला व्यक्ति क्या सोचेगा...? अगर ऐसा दोस्त आपके पास है तो वाकई आप दुनिया के सबसे खुशनसीब इंसान हैं..हो सके तो किसी के अच्छे दोस्त बनिए, किसी को सुनने का प्रयास करिए, क्योंकि अधिकांश लोग अकेलेपन के अवसाद से ग्रसित हैं, आये दिन आत्महत्याएँ होती हैं, कभी सोचा है क्यों?? क्योंकि इनके पास सुनाने वाले तो बहुत हैं पर सुनने वाला कोई नहीं...!#beautifullife ♥️♥️
Monday, 17 July 2023
Sunday, 16 July 2023
📯📯📯📯📯📯📯📯🌹♥ *तपश्चर्या* ♥🌹📯📯📯📯📯📯📯📯 कौन सी चीज तुम्हें रुलाती है, वही तुम्हारा मोह है. कौन सी चीज के खो जाने से तुम अभाव अनुभव करते हों, वही तुम्हारा मोह है..सोचना.. कौन सी चीज खो जाए कि तुम एकदम दीन-हीन हो जाओगे वह तुम्हारे मोह का बिंदु है. और इसके पहले कि वह खोए, तुम उस पर से अपनी पकड़ छोड़ना क्योंकि वह खोएगी.. इस संसार में कोई भी चीज स्थिर नहीं है न मित्रता, न प्रेम. कोई भी चीज स्थिर नहीं है. यहां सब बदलता हुआ है.संसार का स्वभाव प्रतिक्षण परिवर्तन है.. यह एक बहाव है, नदी की तरह बह रहा है. यहां कुछ भी ठहरा हुआ नहीं. तुम लाख उपाय करो, तो भी कुछ ठहरा हुआ नहीं हो सकता. तुम्हारे उपाय के कारण ही तुम परेशान हो. जो सदा चल रहा है, उसको तुम ठहराना चाहते हो; जो बह रहा है, उसे तुम रोकना चाहते हो, जमाना चाहते हो. वह जमनेवाला नहीं है. वह उसका स्वभाव नहीं है..परिवर्तन संसार है और वहां तुम चाहते हो कि कुछ स्थायी सहारा मिल जाये, वह नहीं मिलता. इसलिए तुम प्रतिपल दुखी हो. हर क्षण तुम्हारे सहारे खो जाते हैं..एक बात खोजने की चेष्टा करना कि कौन सी चीजें हैं जो खो जायें तो तुम दुखी होओगे.. इसके पहले कि वे खोये, तुम अपनी पकड़ हटाना शुरू कर देना. यह मोह-जय का उपाय है.. पीड़ा होगी; लेकिन यह पीड़ा झेलने जैसी है; यह तपश्चर्या है.🌹♥🙏🏻♥🌹 #osho
︵︷︵︷︵︷︵︷︵ 🌹🌹 श्रम की गरिमा 🌹🌹 ︶︸︶︸︶︸︶︸︶︸ भाग्य और कर्म धरती पर सैर कर रहे थे. घूमते-घूमते उनकी नजर एक भिखारी पर पड़ी. भाग्य के मन में दया उपजी, और उसने अपनी उंगली से उतारकर सोने की अंगूठी उसे दे दी. अंगूठी बेचकर भिखारी ने कुछ दिन सुख से बिताए. अगली बार ... जब कर्म और भाग्य दोबारा उधर से गुजरे, तो भिखारी को फिर भीख माँगते देखा. इस बार भाग्य ने अपने गले से सोने का हार उतारकर उसे दे दिया. भिखारी के और थोड़े दिन सुख से बीत गए. कर्म और भाग्य तीसरी बार आए, तो उन्होंने भिखारी को ... फिर भीख माँगते देखा. भाग्य को बड़ा क्रोध आया.बोला ~ कितना भी भला कर लो, यह दरिद्र का दरिद्र ही रहेगा. लेकिन ... इस बार ... कर्म के मन में दया आ गई. वह भिखारी से बोला ~ हट्टे-कट्टे हो, तुम कोई काम क्यों नहीं करते ? भीख माँगकर ... कब तक गुजारा चलेगा ? भिखारी बोला ~ काम-धंधे के लिए पास में कुछ पैसे भी तो हों. कर्म ने कहा ~ मैं तुम्हें एक ठेली फल देता हूँ. तुम इन्हें बेच कर धंधा करो. भिखारी खुश हो गया. बहुत दिनों के बाद जब कर्म और भाग्य घूमते-घूमते फिर उस नगर में आए, तो उन्होंने खूब ढूँढा, लेकिन ... वह भिखारी कहीं दिखाई नहीं दिया. अंत में जब वे मुख्य बाजार से गुजरे, तो देखा ~ भिखारी तो अब फलों का बड़ा व्यापारी बन चुका था. भाग्य उसे देखता रह गया. कर्म ने मुस्कराते हुए कहा ~ देखा ! तुमने इसे भीख में सोना दिया, और मैंने इसे श्रम की गरिमा से परिचित कराया. सोना पाकर .. तो यह निठल्ला बना रहा, ❗ लेकिन ❗ श्रम का महत्व समझते ही काम में मन लगाकर फलों का बड़ा व्यापारी बन गया. भाग्य उसकी बात का मर्म समझ गया. 👁️🗨️ हमेशा याद रखियेगा 👁️🗨️ जीवन के हर कदम पर हमारी सोच, हमारे विचार हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते हैं. ~ मुसीबतें ~ रुई से भरे थैले की तरह होती हैं. देखते रहेंगे, तो बहुत भारी दिखेगी. और उठा लेंगे, तो ... एकदम हल्की हो जायेंगी.🙏💐 #beautifullife #Hindisuvichar
📯📯📯📯📯📯📯📯🌹♥ *तपश्चर्या* ♥🌹📯📯📯📯📯📯📯📯 कौन सी चीज तुम्हें रुलाती है, वही तुम्हारा मोह है. कौन सी चीज के खो जाने से तुम अभाव अनुभव करते हों, वही तुम्हारा मोह है..सोचना.. कौन सी चीज खो जाए कि तुम एकदम दीन-हीन हो जाओगे वह तुम्हारे मोह का बिंदु है. और इसके पहले कि वह खोए, तुम उस पर से अपनी पकड़ छोड़ना क्योंकि वह खोएगी.. इस संसार में कोई भी चीज स्थिर नहीं है न मित्रता, न प्रेम. कोई भी चीज स्थिर नहीं है. यहां सब बदलता हुआ है.संसार का स्वभाव प्रतिक्षण परिवर्तन है.. यह एक बहाव है, नदी की तरह बह रहा है. यहां कुछ भी ठहरा हुआ नहीं. तुम लाख उपाय करो, तो भी कुछ ठहरा हुआ नहीं हो सकता. तुम्हारे उपाय के कारण ही तुम परेशान हो. जो सदा चल रहा है, उसको तुम ठहराना चाहते हो; जो बह रहा है, उसे तुम रोकना चाहते हो, जमाना चाहते हो. वह जमनेवाला नहीं है. वह उसका स्वभाव नहीं है..परिवर्तन संसार है और वहां तुम चाहते हो कि कुछ स्थायी सहारा मिल जाये, वह नहीं मिलता. इसलिए तुम प्रतिपल दुखी हो. हर क्षण तुम्हारे सहारे खो जाते हैं..एक बात खोजने की चेष्टा करना कि कौन सी चीजें हैं जो खो जायें तो तुम दुखी होओगे.. इसके पहले कि वे खोये, तुम अपनी पकड़ हटाना शुरू कर देना. यह मोह-जय का उपाय है.. पीड़ा होगी; लेकिन यह पीड़ा झेलने जैसी है; यह तपश्चर्या है.🌹♥🙏🏻♥🌹 #osho
Saturday, 15 July 2023
.😢 💠 😢 गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है. जीवन के उल्लास बेच कर, खरीदी हमने तन्हाई है. बेचा है ईमान धरम तब, घर में शानो शौकत आई है. संतोष बेच, तृष्णा खरीदी, देखो कितनी महंगाई है.बीघा बेच 'स्कवायर फीट' खरीदा, ये कैसी सौदाई है.संयुक्त परिवार के वट वृक्ष से टूटी, ये पीढ़ी मुरझाई है. रिश्तों में है भरी चालाकी, हर बात में दिखती चतुराई है.कहीं गुम हो गई मिठास, जीवन से, हर जगह कड़वाहट भर आई है.रस्सी की बुनी खाट बेच दी, मैट्रेस ने जगह बनाई है.अचार, मुरब्बे को धकेल कर, शो केस में सजी दवाई है. माटी की सोंधी महक बेच कर, रुम स्प्रे की खुशबू पाई है. मिट्टी का चूल्हा तोड़ दिया, आज गैस पर बेस्वाद सी खीर बनाई है. पाँच पैसे का लेमन चूस बेचा, तब कैडबरी हमने पाई है. बेच दिया भोलापन अपना, फिर मक्कारी पाई है. सैलून में अब बाल कट रहे, कहाँ घूमता घर-घर नाई है. अम्मा के संग, गप्प मारने क्या कोई आती चाची-ताई है.मलाई बरफ के गोले बिक गये, तब कोक की बोतल आई है. मिट्टी के कितने घड़े बिक गये, तब फ्रिज में ठंढक आई है. खपरैल बेचकर फॉल्स सीलिंग खरीदा, हमने अपनी नींद उड़ाई है. बरकत के कई दीप बुझा कर, रौशनी बल्बों में आई है.गोबर से लिपे फर्श बेच दिये, तब टाईल्स में चमक आई है. देहरी से गौ माता बेची, फिर संग लेटे कुत्ते ने पूँछ हिलाई है. बेच दिये संस्कार सभी, और खरीदी हमने बेहयाई है. ब्लड प्रेशर, शुगर ने तो अब, हर घर में ली अंगड़ाई है. दादी-नानी की कहानियाँ हुईं झूठी, वेब सीरीज ने जगह बनाई है. बहुत तनाव है जीवन में, ये कह कर मम्मी ने दो पैग लगाई है. खोखले हुए हैं रिश्ते सारे, नहीं बची उनमें सच्चाई है. चमक रहे हैं बदन सभी के, दिल पे जमी गहरी काई है. गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है. जीवन के उल्लास बेच कर, खरीदी हमने तन्हाई है.🙏💠🙏.#puranajamana #nayajamana #oldtime
Thursday, 13 July 2023
Wednesday, 12 July 2023
#takecareofyourself in #oldage 👨🏫👩🏫 सभी *वरिष्ठ नागरिक* (55 से ऊपर की उम्र के) कृपया अवश्य पढ़ें, हो सकता है आपके लिए फायदेमंद हो .. *आप जानते हैं कि मन चाहे कितना ही जोशीला हो पर साठ की उम्र पार होने पर यदि आप अपनेआप को फुर्तीला और ताकतवर समझते हों तो यह गलत है। वास्तव में ढलती उम्र के साथ शरीर उतना ताकतवर और फुर्तीला नहीं रह जाता।*आपका शरीर ढलान पर होता है, जिससे ‘हड्डियां व जोड़ कमजोर होते हैं, पर *कभी-कभी मन भ्रम बनाए रखता है कि ‘ये काम तो मैं चुटकी में कर लूँगा’।* पर बहुत जल्दी सच्चाई सामने आ जाती है मगर एक नुकसान के साथ।सीनियर सिटिजन होने पर जिन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए, ऐसी कुछ टिप्स दे रहा हूं। -- *धोखा तभी होता है जब मन सोचता है कि ‘कर लूंगा’ और शरीर करने से ‘चूक’ जाता है। परिणाम एक एक्सीडेंट और शारीरिक क्षति!*ये क्षति फ्रैक्चर से लेकर ‘हेड इंज्यूरी’ तक हो सकती है। यानी कभी-कभी जानलेवा भी हो जाती है।-- *इसलिए जिन्हें भी हमेशा हड़बड़ी में काम करने की आदत हो, बेहतर होगा कि वे अपनी आदतें बदल डालें।**भ्रम न पालें, सावधानी बरतें क्योंकि अब आप पहले की तरह फुर्तीले नहीं रहे।*छोटी सी चूक कभी बड़े नुक़सान का कारण बन जाती है।-- *सुबह नींद खुलते ही तुरंत बिस्तर छोड़ खड़े न हों, क्योंकि आँखें तो खुल जाती हैं मगर शरीर व नसों का रक्त प्रवाह पूर्ण चेतन्य अवस्था में नहीं हो पाता ।*अतः पहले बिस्तर पर कुछ मिनट बैठे रहें और पूरी तरह चैतन्य हो लें। कोशिश करें कि बैठे-बैठे ही स्लीपर/चप्पलें पैर में डाल लें और खड़े होने पर मेज या किसी सहारे को पकड़कर ही खड़े हों। अक्सर यही समय होता है डगमगाकर गिर जाने का।-- गिरने की सबसे ज्यादा घटनाएं बाथरुम/वॉशरुम या टॉयलेट में ही होती हैं। आप चाहे अकेले हों, पति/पत्नी के साथ या संयुक्त परिवार में रहते हों लेकिन बाथरुम में अकेले ही होते हैं।-- *यदि आप घर में अकेले रहते हों, तो और अधिक सावधानी बरतें क्योंकि गिरने पर यदि उठ न सके तो दरवाजा तोड़कर ही आप तक सहायता पहुँच सकेगी, वह भी तब जब आप पड़ोसी तक समय से सूचना पहुँचाने में सफल हो सकेंगे।*— *याद रखें बाथरुम में भी मोबाइल साथ हो ताकि वक्त जरुरत काम आ सके।*-- देशी शौचालय के बजाय हमेशा यूरोपियन कमोड वाले शौचालय का ही इस्तेमाल करें। यदि न हो तो समय रहते बदलवा लें, इसकी तो जरुरत पड़नी ही है, अभी नहीं तो कुछ समय बाद।संभव हो तो कमोड के पास एक हैंडिल लगवा लें। कमजोरी की स्थिति में इसे पकड़ कर उठने के लिए ये जरूरी हो जाता है।बाजार में प्लास्टिक के वेक्यूम हैंडिल भी मिलते हैं, जो टॉइल जैसी चिकनी सतह पर चिपक जाते हैं, पर *इन्हें हर बार इस्तेमाल से पहले खींचकर जरूर जांच-परख लें।*-- *हमेशा आवश्यक ऊँचे स्टूल पर बैठकर ही नहायें।*बाथरुम के फर्श पर रबर की मैट जरूर बिछाकर रखें ताकि आप फिसलन से बच सकें।-- *गीले हाथों से टाइल्स लगी दीवार का सहारा कभी न लें, हाथ फिसलते ही आप ‘डिस-बैलेंस’ होकर गिर सकते हैं।*-- बाथरुम के ठीक बाहर सूती मैट भी रखें जो गीले तलवों से पानी सोख ले। कुछ सेकेण्ड उस पर खड़े रहें फिर फर्श पर पैर रखें वो भी सावधानी से। -- *अंडरगारमेंट हों या कपड़े, अपने चेंजरूम या बेडरूम में ही पहनें। अंडरवियर, पाजामा या पैंट खडे़-खडे़ कभी नहीं पहनें।*हमेशा दीवार का सहारा लेकर या बैठकर ही उनके पायचों में पैर डालें, फिर खड़े होकर पहनें, वर्ना दुर्घटना घट सकती है।*कभी-कभी स्मार्टनेस की बड़ी कीमत चुकानी पड़ जाती है।*-- अपनी दैनिक जरुरत की चीजों को नियत जगह पर ही रखने की आदत डाल लें, जिससे उन्हें आसानी से उठाया या तलाशा जा सके।*भूलने की आदत हो, तो आवश्यक चीजों की लिस्ट मेज या दीवार पर लगा लें, घर से निकलते समय एक निगाह उस पर डाल लें, आसानी रहेगी।*-- जो दवाएं रोजाना लेनी हों, उनको प्लास्टिक के प्लॉनर में रखें जिससे जुड़ी हुई डिब्बियों में हफ्ते भर की दवाएँ दिन-वार के साथ रखी जाती हैं।*अक्सर भ्रम हो जाता है कि दवाएं ले ली हैं या भूल गये।प्लॉनर में से दवा खाने में चूक नहीं होगी।*-- *सीढ़ियों से चढ़ते उतरते समय, सक्षम होने पर भी, हमेशा रेलिंग का सहारा लें, खासकर ऑटोमैटिक सीढ़ियों पर।*ध्यान रहे अब आपका शरीर आपके मन का *ओबिडियेंट सरवेन्ट* नहीं रहा।— बढ़ती आयु में कोई भी ऐसा कार्य जो आप सदैव करते रहे हैं, उसको बन्द नहीं करना चाहिए। कम से कम अपने से सम्बन्धित अपने कार्य स्वयं ही करें।— *नित्य प्रातःकाल घर से बाहर निकलने, पार्क में जाने की आदत न छोड़ें, छोटी मोटी एक्सरसाइज भी करते रहें। नहीं तो आप योग व व्यायाम से दूर होते जाएंगे और शरीर के अंगों की सक्रियता और लचीला पन कम होता जाएगा। हर मौसम में कुछ योग-प्राणायाम अवश्य करते रहें।*— *घर में या बाहर हुकुम चलाने की आदत छोड़ दें। अपना पानी, भोजन, दवाई इत्यादि स्वयं लें जिससे शरीर में सक्रियता बनी रहे।*बहुत आवश्यक होने पर ही दूसरों की सहायता लेनी चाहिए। — *घर में छोटे बच्चे हों तो उनके साथ अधिक समय बिताएं, लेकिन उनको अधिक टोका-टाकी न करें। उनको प्यार से सिखायें।*-- *ध्यान रखें कि अब आपको सब के साथ एडजस्ट करना है न कि सब को आपसे।*-- इस एडजस्ट होने के लिए चाहे, बड़ा परिवार हो, छोटा परिवार हो या कि पत्नी/पति हो, मित्र हो, पड़ोसी या समाज।*एक मूल मंत्र सदैव उपयोग करें।* 1. *नोन* अर्थात नमक। भोजन के प्रति स्वाद पर नियंत्रण रखें। 2. *मौन* कम से कम एवं आवश्यकता पर ही बोलें। 3. *कौन* (मसलन कौन आया कौन गया, कौन कहां है, कौन क्या कर रहा है) अपनी दखलंदाजी कम कर दें। *नोन, मौन, कौन* के मूल मंत्र को जीवन में उतारते ही *वृद्धावस्था* प्रभु का वरदान बन जाएगी जिसको बहुत कम लोग ही उपभोग कर पाते हैं। *कितने भाग्यशाली हैं आप, इसको समझें।**कृपया इस संदेश को अपने घर, रिश्तेदारों, आसपड़ोस के वरिष्ठ सदस्यों को भी अवश्य प्रेषित करें।* *🙏🏻धन्यवाद!🙏🏻* #beautifullife #hindiquotes
Sunday, 9 July 2023
Saturday, 8 July 2023
Monday, 3 July 2023
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