धीमे धीमे कहता क्या है शोर मचाये हाकिम ऊँचा सुनता है शोर मचागूंगों में रह कर गूंगा हो जाएगातू तो शोर मचा सकता है शोर मचाख़ामोशी बद- शगुनी लेकर आती हैशोर बड़ा अच्छा होता है शोर मचाबोल नहीं सकते हैं जो सब मुर्दा हैंतू बतला दे तू ज़िंदा है शोर मचाज़ेहन तो बोलेगा चुप रहना बेहतर हैतू वो कर जो दिल कहता है शोर मचादस्तक से जब हक़ का दरवाज़ा न खुलेशोर मचाने से खुलता है शोर मचा~ वरुण आनंद { पोस्टर ~ Anjali Nikhra #Kavita