अभी तो उसे वक्त ने इजाजत दी हैअभी तो जिम्मेदारियाँ कंधे से हटीं हैंअभी तो सुकून मिला हैअभी तो लंबी साँस ली हैअभी तो खुद को जी भर निहारा हैअभी तो खुद की तरफ मुडी हैअभी तो उमंगों को बक्से से निकाला हैअभी तो सीले सपनों को धूप लगी हैअभी तो हिम्मत की हैअभी तो मन की सुनी हैअभी तो हर डर से बाहर निकली हैअभी तो खुशी मिली हैअभी तो बेपरवाही का हाथ पकडा हैअभी तो होंठों पे हँसी खिली हैअभी तो काँपते हाथों खुद को सजाया हैअभी तो खुद से प्रीत लगी है !और तुमने बिना सोचे समझेबिना जाने पहचानेउसकी तरफ फिकरा उछाल दियाकि 'बूढी घोडी लाल लगाम' !सुनो.....कभी उसकी जिन्दगी गुजारकर देखो न !!!~ अज्ञात #oldage #women #lady #housewife Dedicated to all respected mothers.. Salute 🙏🙏❤️❤️❤❤❤