Tuesday, 14 May 2024

*भक्ति और कर्म जीवन रुपी गाड़ी के दो पहियों के समान हैं ।* *मनुष्य दिन रात भक्ति करे,मगर उसके कर्म अच्छे ना हो तो जीवन व्यर्थ है ।* *और अगर मनुष्य के कर्म अच्छे हो और जीवन मे उस परमात्मा के नाम का रस ना हो तो भी मानव जीवन का कोई महत्व नही ।* *इसलिये जीवन को अगर सुखी बनाना चाहते हो तो भक्ति और कर्म दोनो अच्छे होने चाहिये ।।**🙏✨जय गुरुजी महाराज दया करो🙏🕉️*