Saturday, 3 August 2019

फूलों की तरह यदि जीना है, तो फूलों की तरह बनना होगा।, जीवन को यदि महकाना है,तो फूलों की तरह खिलना होगा। जीवन-पथ पर यदि चलना है,तो कांटों की चुभन सहना होगा। जीवन सार्थक यदि करना है,तो फूलों सा समर्पण करना होगा।