Saturday, 28 March 2020

पेड़ की शाखा पर बैठा पंछी कभी भी डाल हिलने से नहीं घबराता क्योंकि पंछी डाली पर नही अपने पंखों पर भरोसा करता है।"

पेड़ कभी भी फूलों के गिरने से परेशान नहीं होता है... बल्कि वह सदैव नए फूलों के खिलने के निर्माण में व्यस्त रहता है ...जो कुछ भी हमने खो दिया है, वह जीवन नहीं है , हम अब क्या प्राप्त कर सकते हैं यह जीवन है।"

मैं निकला सुख की तलाश में रास्‍ते में खड़े दुखों ने कहा… हमें साथ लिए बिना… सुखों का पता नहीं मिलता जनाब…

*हे प्रभु!**हे दया के सागर!...**पूरी दुनियाँ में जितने भी लोग बीमार हैं, या परेशान हैं, उन पर अपनी कृपा बरसायें, और उन की सभी बीमारियों और परेशानियों को खत्म कर दें।* *हे! प्रभु, इस नेकी की प्रार्थना को सब की इच्छा मानकर स्वीकार करें l*❤🙏 *दिल से प्रार्थना*

जब कोई दिल दुखाये तो बेहतर है चुप रहना चाहियेक्योंकि जिंन्हें हम जवाब नहीं देते उन्हें वक़्त जवाब देता हैं....

Tuesday, 24 March 2020

खुदा की कुदरत का एक मंज़र निराला देखा आज पंछी खुले आसमान में उड़े और घर में कैद जमाना देखा

“फितरत”, “सोच ”और “हालात ”में फर्क है , वरना, इन्सान कैसा भी हो “दिल” का “बुरा” नहीं होता…।

हम पढ़ने लिखने में अच्छे क्या निकले,जिंदगी तो रोज इम्तिहान लेने लगी।🤔🤔

ज़िन्दगी आइसक्रीम की तरह है...टेस्ट करो तो भी पिघल रही है...वेस्ट करो तो भी पिघल रही है...इसलिए वेस्ट करने से अच्छा है टेस्ट ही कर लो.।वेस्ट तो वैसे भी हो ही रही है.।

अगर शहद जैसा मीठा परिणाम चाहिए,तो मधुमक्खियों की तरह एक रहना ज़रूरी है।चाहे वो दोस्ती हो, परिवार हो, या अपना देश हो।।

एक चीज़ जो कभी भी हमारी नहीं होती। . . . "गलती"

क्यों घबराता है ?? “पगले” दुःख होने से... जीवन तो प्रारम्भ ही हुआ है रोने से..।

Corona has proved that everything around us is so temporary. Things our lives revolved around… work, gym, malls, movies, society have all gone for a toss aswe are learning to live without them. It has taught us that in the end, it’s God, your own home and family that keeps you safe

इनको नहीं पता कोरोना क्या है? इनको कोरोना होगा भी नहीं, इन्हें न स्वाइन फ्लू हुआ था न बर्ड फ्लू, इन्हें साबुन नहीं मालूम तो सेनेटाइजर तो दूर की बात है.। इन्हें बस मालूम है कि सड़कों पर से लोग गायब है, मंदिर बंद है, रेल्वे स्टेशन बस स्टैण्ड पर आवाजाही कम है और इनको भीख नहीं मिलने वाली ये न कुछ खरीद सकते हैं और न जमा कर सकते हैं. इन्हें भूखे ही सोना है और अगर ये मरेंगे तो भूख से ही मरेंगे.।आप सभी से निवेदन है कि जब तक लॉक डाउन की परिस्थित बनी रहेगी तब तक इन्हें हर तरीके से मदद करें।, ध्यान रहे हमारे देश में जितना लोग खाते हैं उससे ज्यादा नाली मे फेंक देते हैं बावजूद इसके ये भूख से न भरें.।हम कर रहे हैं आप भी करें. थाली बाद मे भी बजा सकते हैं पहले इनकी थाली में अनाज होना चाहिए.।कुछ भी करो पर इंसानियत को मरने मत दो, धर्म और राजनीति से पहले इंसानियत होती है. मानव धर्म का पालन करें।ईश्वर से प्रार्थना करें कि"प्रभु मुझे सिर्फ इतना देना कि मैं मेरे घर परिवार वाले भूखे न रहें और मेरे दरवाजे पर आया मानव भूखा न जाए"।🙏🙏शुक्रिया धन्यवाद

फ़िक्र है , प्यार है , अपनापन है , तो चलो “दूरियां ”बनाते हैं ।ना तुम आओ घर से बाहर , ना हम आते हैं । नए दौर की जरूरत है , चलो इतिहास बनाते हैं .।

होली है भई होली है, बुरा न मानो होली है! आओ मिल के खुशियां मनाएं, अपनों को हम रंग लगाएं! होली का रंग अपनों का संग

Waheguru ji 🙏💐🙏💐ੴ सतनाम करता पुरुख निरभउ निरवैर अकाल मूरत अजूनी स्वै भँग गुर प्रसाद ll 🙏💐हे प्रभु अकाल पुरुख हे दया के सागरहे मेरे सतगुरु नानक हे जन्न्त के i दुनियां में जितने लोग बीमार हैं, या परेशान हैं.या घबराये हुए हैं तू उन पर अपने करम के हाथ आने देऔर उन की बीमारी और परेशानियों और घबराहट को खत्म करदे. धन गुरु नानक धन गुरु नानक 🌹ੴ🙏🏼🙏ੴ🌹

फ़िक्र है , प्यार है , अपनापन है , तो चलो “दूरियां ”बनाते हैं ।ना तुम आओ घर से बाहर , ना हम आते हैं । नए दौर की जरूरत है , चलो इतिहास बनाते हैं .।

इनको नहीं पता कोरोना क्या है? इनको कोरोना होगा भी नहीं, इन्हें न स्वाइन फ्लू हुआ था न बर्ड फ्लू, इन्हें साबुन नहीं मालूम तो सेनेटाइजर तो दूर की बात है.। इन्हें बस मालूम है कि सड़कों पर से लोग गायब है, मंदिर बंद है, रेल्वे स्टेशन बस स्टैण्ड पर आवाजाही कम है और इनको भीख नहीं मिलने वाली ये न कुछ खरीद सकते हैं और न जमा कर सकते हैं. इन्हें भूखे ही सोना है और अगर ये मरेंगे तो भूख से ही मरेंगे.।आप सभी से निवेदन है कि जब तक लॉक डाउन की परिस्थित बनी रहेगी तब तक इन्हें हर तरीके से मदद करें।, ध्यान रहे हमारे देश में जितना लोग खाते हैं उससे ज्यादा नाली मे फेंक देते हैं बावजूद इसके ये भूख से न भरें.।हम कर रहे हैं आप भी करें. थाली बाद मे भी बजा सकते हैं पहले इनकी थाली में अनाज होना चाहिए.।कुछ भी करो पर इंसानियत को मरने मत दो, धर्म और राजनीति से पहले इंसानियत होती है. मानव धर्म का पालन करें।ईश्वर से प्रार्थना करें कि"प्रभु मुझे सिर्फ इतना देना कि मैं मेरे घर परिवार वाले भूखे न रहें और मेरे दरवाजे पर आया मानव भूखा न जाए"।🙏🙏शुक्रिया धन्यवाद

Monday, 23 March 2020

स्वामी विवेकानंद कहते हैं.."कि तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं।""क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो, मैं आपके दिल में हूँ, और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो , तो मैं आपके दिमाग में हूं !! "पर रहूंगा आप के पास ही।"

ज़िंदगी की पहली ऐसी “ रेस ”जिसमें ,रुकने वाला जीतेगा।(कोरोना युद्ध)

*अद्भुत!* राष्ट्रों की सीमाएं टूट गईं। युद्ध के नगाड़े थम गये, बंदूकें खामोश हैं; अमीर-गरीब का भेद मिट गया। आलिंगन, चुम्बन का स्थान; *मर्यादित आचरण* ने ले लिया। क्लब, स्टेडियम, पब, मॉल, होटल, बाज़ार के ऊपर *अस्पताल* की महत्ता स्थापित हो गई। *अर्थशास्त्र* के ऊपर *चिकित्साशास्त्र* स्थापित हो गया। एक सुई, एक थर्मामीटर; गन, मिसाइल टैंक से अधिक महत्वपूर्ण हो गया। मंदिर बंद, चर्च बंद ,दरगाह, मस्जिद बंद! हृदय में विराजमान प्रभु को पूजा जा रहा है। *धर्म* पर *अध्यात्म* स्थापित हो गया। भीड़ में खोया आदमी, परिवार में लौट आया। सिर्फ एक वायरस...हाँ, *प्रकृति* ने मनुष्य की *प्रवृत्ति* पर विजय प्राप्त कर ली है। 👌👌👌👌👌👌👌

Friday, 20 March 2020

Waheguru ji 🙏💐🙏💐ੴ सतनाम करता पुरुख निरभउ निरवैर अकाल मूरत अजूनी स्वै भँग गुर प्रसाद ll 🙏💐हे प्रभु अकाल पुरुख हे दया के सागरहे मेरे सतगुरु नानक हे जन्न्त के i दुनियां में जितने लोग बीमार हैं, या परेशान हैं.या घबराये हुए हैं तू उन पर अपने करम के हाथ आने देऔर उन की बीमारी और परेशानियों और घबराहट को खत्म करदे. धन गुरु नानक धन गुरु नानक 🌹ੴ🙏🏼🙏ੴ🌹

Hope is the only thing stronger than fear.

Hope is the only thing stronger than fear.

Corona has proved that everything around us is so temporary. Things our lives revolved around… work, gym, malls, movies, society have all gone for a toss aswe are learning to live without them. It has taught us that in the end, it’s God, your own home and family that keeps you safe

क्यों घबराता है ?? “पगले” दुःख होने से... जीवन तो प्रारम्भ ही हुआ है रोने से..।

Tuesday, 10 March 2020

किसी और को “बुरा” क्या समझना ....बुरे तो हम खुद हैं जो हर एक को “अच्छा ”समझ लेते हैं .।

हम पढ़ने लिखने में अच्छे क्या निकले,जिंदगी तो रोज इम्तिहान लेने लगी।🤔🤔

“फितरत”, “सोच ”और “हालात ”में फर्क है , वरना, इन्सान कैसा भी हो “दिल” का “बुरा” नहीं होता…।

“लोगों ”को “खोने से ” मत डरो... “डरो” इस बात से कि कही “लोगों ” का “दिल” रखते रखते तुम खुद को ना खो दो.।

"रंगों" से डर नहीं लगता ...."रंग" बदलने वाले लोगों से लगता है ..।

Saturday, 7 March 2020

हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए,हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए,पर एक 'स्त्री' अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिएमहिला दिवस की हार्दिक बधाई

मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में, तू जरा हिम्मत तो कर। ख्वाब बदलेंगे हकीकत में, तू ज़रा कोशिश तो कर॥ आंधियाँ सदा चलती नहीं, मुश्किलें सदा रहती नहीं। मिलेगी तुझे मंजिल तेरी, बस तू ज़रा कोशिश तो कर॥राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है । जिसने रातों से जंग जीती है, सूर्य बनकर वही निकलता है !..👼🏻

हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए,हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए,पर एक 'स्त्री' अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिएमहिला दिवस की हार्दिक बधाई

“सच्चे ” लोगों को कभी “प्रशंसा ” की आवश्यकता नहीं होती..... और असली “फूलों ” को कभी “इत्र” लगाने की जरूरत नहीं पड़ती.।

Friday, 6 March 2020

महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं💕एक औरत की कमी तब अखरती हैजब वो चली जाती है, और वापस लौट कर नहीं आतीछत पर लगे जाले व आँगन की धूलहटाने में संकोच आता है।" तुम्हारी ये सफाई " कहने का मौकानहीं मिल पाता !!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब कालरों की मैल छुटाने मेंपसीना छूट जाता हैचूडियां साथ में नहीं खनकतीउसका "मेहनतकश" होना याद आता है !!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब घर में देर से आने पररोटियां ठंडी हो जाती है सब्जियों मेंतुम्हारी पसंद का जायका नहीं रहताऔर तुमसे यह कहते नही बनता"मुझे ये पसंद नहीं "!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब बच्चा रात को ज़ोर से रोता हैआप अनमने से उठ जाते होऔर यह नहीं कह पाते"कितनी लापरवाह हो तुम"!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब आप रात में अकेले सोते हैंकरवट बदलते रहते हैं बगल मेंपर हाथ धरने पर कुछ नहीं मिलता!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब त्यौहारों के मौसम मेंनयी चीज़ों के लिए कोई नहीं लड़ताऔर तुमसे ये कहते नही बनता"और पैसे नहीं हैं "!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब आप गम के बोझ तले दबे होते हैं ,निपट अकेले रोते हैंऔर आपके आंसू पोंछने वाला कोई नहीं होताआप किसी से कुछ नहीं कह पातेहाँ, औरत की कमी तब अखरती जरूर है!!💕

रिश्ते जब मजबूत होते हैं... बिन कहे महसूस होते हैं...

Wednesday, 4 March 2020

श्रीकृष्ण भगवान कहते हैं :-कभी किसी के चहरे को मत देखो बल्कि उसके मन को देखो । क्योंकि अगर सफेद रंग में वफा होती तो नमक जख्मों की दवा होता ।

चलकर देखा है अक्सर, मैंने अपनी चाल से तेज "साहिब".!!पर वक्त से आगे कभी निकल न सके..जिनके पास अपने हैं, वो अपनों से झगड़ते हैजिनका कोई नहीं अपना वो अपनों को तरसते हैकल न हम होंगे न गिला होगा।सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा.जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें।जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा?

एक करोना वायरस के आगे 150 करोड़ की आबादी वाला चीन अपने ही घर में बंदी बन गया है, सारे रास्ते वीरान हो गए हैं, चीन के अध्यक्ष भूमिगत हो गए हैं। एक सूक्ष्म सा जंतु और दुनिया को आंखे दिखाने वाला चीन एकदम शांत,भयभीत।केवल चीन ही क्यों?सारे विश्व को एक पल में शांत करने की ताकत प्रकृति में है,। कोई कहता है मैं हिंदू राष्ट्र बताऊंगा कोई कहता है मैं मुस्लिम राष्ट्र बनाऊंगा ।हम जात पांत, धर्म भेद, वर्ण भेद, प्रांत वाद के अहंकार से भरे हुए हैं।यह गर्व,यह घमंड, करोना ने मात्र एक झटके में उतार दिया, बिना किसी भी प्रकार का भेद रखे सारे चीन को बंदिस्त करके रख दिया है, नौबत यहां तक आ गई है कि , चीन के अध्यक्ष को भूमिगत रहते हुए ही अपने ही बीस हजार लोगों को मौत के घाट उतार देने की भाषा बोलने लगा।इस संसार का कोई भी जीव इस प्रकृति के आगे बेबस है, लाचार है।प्रकृति ने शायद यही संदेश दिया है,प्यार से रहो, जियो और जीने दो। अन्यथा सुनामी है, करोना है, रीना है, टीना है लेकिन इसके बावजूद अगर जीना है तो प्यार से इंसान को कभी भी अपने वक़्त एवं ताकत पर घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि *वक़्त तो उन नोटों का भी नहीं हुआ , जो कभी पूरा बाजार खरीदने की ताकत रखते थे lज़िन्दगी है साहब,**छोड़कर चली जाएगी,मेज़ पर होगी तस्वीर, कुर्सी खाली रह जाएगी।। ईश्वर सभी को सद्बुद्धि दे। 🙏भारत माता की जय🙏

चलकर देखा है अक्सर, मैंने अपनी चाल से तेज "साहिब".!!पर वक्त से आगे कभी निकल न सके..जिनके पास अपने हैं, वो अपनों से झगड़ते हैजिनका कोई नहीं अपना वो अपनों को तरसते हैकल न हम होंगे न गिला होगा।सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा.जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें।जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा?

"उम्मीदों" से बंधा, एक जिद्दी परिंदा है इंसान...जो घायल भी "उम्मीदों" से हे और, जिन्दा भी "उम्मीदों" पर हैं..!"

जिस समस्या का हल समझ में ना आए .....उसे “वक्त” और “ईश्वर” पर छोड़ देना चाहिए । यकीनन परिणाम सदैव अच्छा ही होगा। आपका दिन शुभ हो

बिना “कड़ी मेहनत ” के ” नही मिल सकती... कुदरत चिड़ियों को खाना ज़रूर देती है... लेकिन उनके घोंसलों में नहीं डालती.।

Sunday, 1 March 2020

जब तक खुद पर ना बीते... लोगों को दूसरे के दु:ख का एहसास ही नहीं होता ।

अगर आप किसी की खुशियाँलिखने वालीपेन्सिल नहीं हो सकते हैं तो एकअच्छा साइरेजर बनिए जो उनका दुःखमिटा सके…

इक पल भी मेरा किरदार ना निभा सकेंगे वो लोग..! जो मिलते है मुझसे तो मशवरे हज़ार देते हैं ..!!

रिश्ते निभाने के भी क्या अंदाज हैं लोगों के....कोई “मोम” की तरह “पिघल” कर निभाता है...तो कोई “आग” की तरह जलकर .।?

जब लोहे की रॉड गरम हो जाती है ,तो आप उसे किसी भी आकार मेंढाल सकते हैं.... कभी भी अपना मिजाज़खराब मत करिए , नहीं तो लोगआपको उसी तरह से ढाल देंगे ,जैसा वे चाहते हैं ।

आज के समय में ज्यादातर लोगसिर्फ इसलिए दुखी और असफल हैं .....कि वह अपनी “अकल” के उपयोग केबजाय दुसरों की “नकल” ज्यादा करते हैं I