Friday, 28 August 2020

कड़वा सच है लेकिन हकीकत यही है।मुँह से हमदर्दी और दिल मे नफरत का ज्वालामुखी।इनका सिद्धान्त होता है "कल क्या होगा किसने देखा है"? लेकिन ईश्वर की लाठी जब चलती है तो दिखाई नही देती लेकिन कचरा साफ कर देती है।