किसी की सहायता करते समय यह मत सोचिये कि वह भविष्य मे वह आपके काम आएगा। बस सहायता करके भूल जाइए। क्योंकि यह आशा का भाव ही भविष्य में आपके दुख का कारण बनता है। आप जो भी कर रहे हैं वह परमात्मा देख रहा है.. उससे छिपा नहीं है। दूसरे जो कर रहे है उसे भी वह देख रहा है। नाकिसी को जताइए और न ही किसी को बताइये .. बस इतना विश्वास रखिये कि जब ईश्वर ने उसकी सहायता के लिए आपको भेजा , तो निश्चित है कि जब आपको आवश्यकता होगी वह किसी ना किसी को भेजेगा।