Friday, 31 December 2021
जब ज़्यादातर लोग नए साल का जश्न मना रहे हैं, बहुत से लोग ऐसे भी जो अपने घर में उदास बैठे हैं। जिन्होंने इस साल किसी अपने को खो दिया है, बहुत से बच्चों ने माता पिता खोए, कई बूढ़े माता पिता ने जवान बेटे खोये, कई लोगों ने अपने जीवनसाथी खो दिये...नए साल पर बस यही प्रार्थना है कि ईश्वर इन्हें संभलने का अवसर दे और इन्हें इनके आने वाले जीवन में खुशियाँ मिलें ।
Thursday, 30 December 2021
Wednesday, 29 December 2021
उम्र की डोर से फ़िर एक मोती झड़ रहा हैतारीख़ों के जीने से दिसम्बर फ़िर उतर रहा है..🌺कुछ चेहरे घटे, चन्द यादेंजुड़ गये वक़्त मेंउम्र का पन्छी नित दूर और दूर निकल रहा है___🌺गुनगुनी धूप और ठिठुरी रातें जाड़ों की___😃गुज़रे लम्हों पर झीना-झीना साइक़ पर्दा गिर रहा है___🌺ज़ायका लिया नहीं औरफ़िसल गयी ज़िन्दगीवक़्त है कि सब कुछ समेटेबादल बन उड़ रहा है🌺फ़िर एक दिसम्बर गुज़र रहा हैबूढ़ा दिसम्बर जवान जनवरी क़दमों मे बिछ रहा हैलो इक्कीसवीं सदी को बाइसवाः साल लग रहा है ll❤️🌺
Tuesday, 28 December 2021
Monday, 27 December 2021
Sunday, 26 December 2021
Saturday, 25 December 2021
Very nice Tribute to the Passing Year 2021......A Poem by Gulzar:✍Ahista chal Zindagi,Abhi kai Karz Chukana baaki hai.😘Kuch Dard Mitana baaki hai,Kuch Farz Nibhana baaki hai.😗Raftaar mein Tere chalne se -Kuchh Rooth gaye, Kuch Chhut gaye.😅Roothon ko Manana baaki hai,Roton ko Hasana baaki hai.😊Kuch Hasraatein abhi Adhuri hain,Kuch Kaam bhi aur Zaruri hai.😘Khwahishen jo Ghut Gayi is Dil mein,Unko Dafnana baaki hai.😘Kuch Rishte Ban kar - Toot gaye,Kuch Judte-Judte Chhut gaye.😊Un Tootte-Chhutte Rishton keZakhmon ko Mitana baki hai.😅Tu Aage chal Main aata hoon,Kya chhod Tujhe Ji paunga ?🥰In Saanson par Haqq hai Jinka,Unko Samjhaana baaki hai.🙋Aahista chal Zindagi,Abhi kai Karz Chukana baaki hai .🙏
Friday, 24 December 2021
Thursday, 23 December 2021
याद रखना वक्त कभी भी सबूत या गवाह नहीं मांगता , वो तो सीधे सजा सुनाता है। भाग बदल जाता है जब इरादे मजबूत हों, वरना जीवन बीत जाता है किस्मत को दोष देने में ।जीवन का सच्चा साथी हमारा शरीर और आत्मा है ,अगर यह साथ नहीं हो तो कोई पास नहीं ।एक वक्त के बाद हर कोई गैर हो जाता है उम्र भर किसी को अपना समझना एक वहम है ।आपका परिवार कितना अमीर है ये मायने नहीं रखता आपका परिवार कितना खुश है ये बहुत मायने रखता है।
Wednesday, 22 December 2021
Tuesday, 21 December 2021
Monday, 20 December 2021
कभी आपने महसूस किया है कि बस में सफर करते समय अगर हम पीछे की सीट में बैठते हैं तो धक्के ज्यादा लगते हैं। जैसे जैसे हम आगे की सीट पे जाते हैं तो धक्के कम लगते हैं। ड्राइवर और हमारी सीट में अंतर ज्यादा तो धक्के ज्यादा, ड्राइवर और हमारी सीट में अंतर कम तो धक्के कम। हमारी जीवन रूपी गाड़ी के ड्राइवर, सारथी, ईश्वर हैं ईश्वर से अंतर ज्यादा तो धक्के ज्यादा, ईश्वर से अंतर कम तो धक्के कम इसलिये परमात्मा से सच्चा और गहरा सम्बन्ध जोड़ें।
Sunday, 19 December 2021
Saturday, 18 December 2021
Friday, 17 December 2021
Thursday, 16 December 2021
Wednesday, 15 December 2021
Tuesday, 14 December 2021
*'मां' और 'सास' में अंतर कुछ नहीं 🙏🏻❤️❤️* रोते हुए *'संसार'* में आई, तब *'मां'* ने गोद में उठाया.! रोते हुए *'ससुराल'* गई, तब *'सास'* ने गले से लगाया.!*'मां'* ने *'जीवन'* दिया तो... *'सास'* ने *'जीवन-साथी'* दिया..! *'मां'* ने *'चलना-बैठना'* सिखाया तो...*'सास'* ने *'समाज में उठना-बैठना'* सिखाया.! *'मां'* ने *'घर के काम'* सिखाए तो... *'सास'* ने *'घर चलाना'* सिखाया.! *'मां'* ने *'कोमल कली'* की तरह संभाला तो... *'सास'* ने *'विशाल वृक्ष'* जैसा बनाया.! *'मां'* ने *'सुख में जीना'* सिखलाया तो...*'सास'* ने *'दुख में भी जीना'* सिखलाया.! *'मां'.. 'ईश्वर' के समान है तो...**'सास'.. 'गुरु' के समान है..।*नमन दोनों मां को 🙏🏻🙏🏻🌷🌹👌🏼👏🏼👍🏼🌹🌷💅🏻
Monday, 13 December 2021
*उम्रदराज* न बनें*उम्र को दराज़* में रख दें खो जाएं ज़िन्दगी में*मौत का इन्तज़ार न करें*जिनको आना है आएजिसको जाना है जाए*पर हमें जीना है*। ये न भूल जाएंजिनसे मिलता है प्यार। उनसे ही मिलें बार बार महफिलों का शौक रखें*दोस्तों से प्यार करें* जो रिश्ते हमें समझ सकेंउन रिश्तों की कद्र करें*बंधें नहीं किसी से भीना किसी को बँधने परमजबूर करेंदिल से जोड़ें हर रिश्ता। और उन रिश्तों से दिल से जुड़े रहें*हँसना अच्छा होता है*पर अपनों के लिये रोया भी करें। याद आएं कभी अपने तोआँखें अपनी नम भी करें।*ज़िन्दगी चार दिन की है*तो फिर शिकवे शिकायतेंकम ही करें। *उम्र को दराज़ में रख देंउम्रदराज़ न बनें।
Sunday, 12 December 2021
Saturday, 11 December 2021
* सबसे सुंदर बात * कोई भी मनुष्य किस बात को, किस प्रकार से समझता है। यह उसकी मानसिकता तय करती है। कोई दूसरों की थाली में से भी, छीन कर खाने में अपनी शान समझता है तो कोई अपनी थाली में से दूसरों को, निवाले खिला कर संतुष्ट होता है। सारा खेल संस्कारों, समझ, और मानसिकता का है लेकिन एक बात तो तय है कि छीन कर, खाने वालों का कभी पेट नहीं भरता। और बाँट कर खाने वाले, कभीभी भूखे नहीं रहते।
Thursday, 9 December 2021
Well said by Amitabh Bachchan...!! 👌❤️What is the difference betweenyour mother and wife..They both LOVE us,Both SACRIFICE for us,Both make us EATmore than we require,Both make ourhouse into HOME,Both PRAY for us,Both are ALWAYSthere for us,Both LIVE for us then why do...We post/say funny jokes about wife and Laugh & always post respectable quote for mother...The only difference I can see is one brings you into the world... and other makes YOU her world, but men always take their wives for granted & often ignore them in important talks, matters,decisions, Plannings etc...because they think that they are in-efficient to handle them.Dear men it's True that your mother sacrifices to make you become a Leader but a wife sacrifices to maintain your Leadership...your mother gets your affection and care throughout her Life..but a wife gets your full attention only when she is near the end of her Life...waiting to get your Certification of her soulmate...Please give her importance in early age of her Life so that she can feel that she is not only the Princess of her Father but also the Queen of her Husband.
Wednesday, 8 December 2021
Tuesday, 7 December 2021
Monday, 6 December 2021
Sunday, 5 December 2021
10 लाख का दहेज़5 लाख का खानाघड़ी पहनायीअंगूठी पहनाईमंडे का खानाफिर सब सुसरालियो को कपड़े देना ।बारात को खिलाना फिर बारात को जाते हुए भी साथ में खाना भेजनाबेटी हो गई कोई सज़ा हो गई।और यह सब जब से शुरू होता है जबसे बातचीत यानी रिश्ता लगता हैफिर कभी नन्द आ रही है, जेठानी आ रही हैकभी चाची सास आ रही है मुमानी सास आ रही है टोलीया बनाबना के आते हैं और बेटी की मां चेहरे पे हलकी सी मुस्कराहट लिए सबको आला से आला खाना पेश करती है सबका अच्छी तरह से वेलकमकरती है फिर जाते टाइम सब लोगो को 500-500 रूपे भी दिए जातेहै फिर मंगनी हो रही है बियाह ठहर रहा है फिर बारात के आदमी तयहो रहे है 500 लाए या 800बाप का एक एक बाल कर्ज में डूब जाता है और बाप जब घर आता हैशाम को तो बेटी सर दबाने बैठ जाती है कि मेरे बाप का बाल बाल मेरीवजह से कर्ज में डूबा हैभगवान के वास्ते इन गंदे रस्म रिवाजों को खत्म कर दो ताकि हर बाप, कर्ज में डूबा ना हो वअपनी बेटी को इज़्ज़त से विदा कर सके।बदलाव एक कोशिश#####लेख अच्छा लगे तो फॉलो करे
Saturday, 4 December 2021
Friday, 3 December 2021
Thursday, 2 December 2021
उम्रदराज न बनें। उम्र को दराज़ में रख दें.. . खो जाएं ज़िन्दगी में , मौत का इन्तज़ार न करें । जिनको आना है आए जिसको जाना है जाए । पर हमें जीना है ये न भूल जाएं ।जिनसे मिलता है प्यार उनसे ही मिलें बार बार । महफिलों का शौक रखें दोस्तों से प्यार करें ,जो रिश्ते हमें समझ सकें उन रिश्तों की कद्र करें । बंधें नहीं किसी से भी ना किसी को बँधने पर मजबूर करें ।दिल से जोड़ें हर रिश्ताऔर उन रिश्तों से दिल से जुड़े रहें ।हँसना अच्छा होता है पर अपनों के लिये रोया भी करें। याद आएं कभी अपने तो आँखें अपनी नम भी करें ज़िन्दगी चार दिन की है तो फिर शिकवे शिकायतें कम ही करें ।उम्र को दराज़ में रख दें उम्रदराज़ न बनें।..
Wednesday, 1 December 2021
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