याद रखना वक्त कभी भी सबूत या गवाह नहीं मांगता , वो तो सीधे सजा सुनाता है। भाग बदल जाता है जब इरादे मजबूत हों, वरना जीवन बीत जाता है किस्मत को दोष देने में ।जीवन का सच्चा साथी हमारा शरीर और आत्मा है ,अगर यह साथ नहीं हो तो कोई पास नहीं ।एक वक्त के बाद हर कोई गैर हो जाता है उम्र भर किसी को अपना समझना एक वहम है ।आपका परिवार कितना अमीर है ये मायने नहीं रखता आपका परिवार कितना खुश है ये बहुत मायने रखता है।