Friday, 29 September 2023

दोस्ती हो, प्यार हो या परिवार हो किसी तीसरी के आने से सब टुट जाता है ।

अन्याय पर मौन रहने वाला सदा रोया है, धृतराष्ट्र के मौन ने भी.. सौ पुत्रो को खोया है ।

#श्राद्धक्योंपितृपक्ष के सोलह दिन! ये दिन अपने पुरखों के प्रति कृतज्ञ होने के दिन है। ये नतमस्तक वंशावलियों के आभारी होने के दिन है, परंतु ये सतही भावनाओं में बहने के दिन नहीं है! ये प्रार्थनाओं के दिन है।अक्सर लोगों के मन में प्रश्न उठते है -* यदि पुनर्जन्म है, तो आत्मा ने तो दूसरा शरीर ले लिया — तो श्राद्ध क्यों?* यदि वह सदा आत्मा ही रहती है तो पुनर्जन्म की अवधारणा क्या ग़लत है?इस गुत्थी को सुलझाने के लिए संस्कारों की अवधारणा को समझना ज़रूरी है। आत्मा जब शरीर छोड़ती है और दूसरा शरीर धारण करती है (पुनर्जन्म) तो वह इस जन्म के अर्जित संस्कारों को अपने साथ ले जाती है।ये संस्कार और कुछ नहीं बस वे “गहरी भावनाएँ” है जिन्हें उसने इस जन्म में बहुत शिद्दत से जीया होता है। जैसे किसी के प्रति अति मोह, किसी के प्रति गहरा क्रोध, कोई ग्लानि, कोई क्षोभ, कुछ भी...कुछ भी ऐसा जिसने उस व्यक्ति के मन पर बहुत-बहुत गहरा प्रभाव डाला हो। वे क़िस्से और उनकी स्मृतियाँ शरीर के साथ यहीं छूट जाते है पर वे “प्रभाव” (impressions) संस्कार बन कर साथ चले जाते है — आगे के जन्मों में।अपने पितृजनों को इस जन्म के उन राग-द्वेष प्रभावों से मुक्त हो सकने की प्रार्थनाओं के दिन है ये !श्राद्ध करने से क्या होगा ??* श्राद्ध विदा ले चुकी आत्मा की शांति के लिए होता है।* आत्मा की शांति यानी उस आत्मा को यह संदेश देना के तुम्हारे वंशज तुम्हारे कृतज्ञ है,* कि तुम्हारे वंशज तुम्हारे अधूरे छूटे दायित्वों को सम्हाल लेंगे।मंत्रोच्चार और अन्य विधि विधान इसलिए के उस आत्मा को इन उद्वेलित करने वालों भावों (जो उसने इस जन्म में अर्जित किए) से मुक्त होने में सहायता मिल सके।विदा ले चुकी आत्माओं तक हमारी तीव्र भावनाओं की तरंगे पहुँचती है इसीलिए कहा जाता है के जो चला गया उसके लिए अपशब्द नहीं कहने चाहिये क्योंकि हमारा प्रेम उस आत्मा (जहाँ भी वह है) को सबल बनाने में सहयोग करता है और घृणा उसे कमज़ोर बनाती है, उनकी याद में पीड़ा प्रेषित करना उन्हें विचलित करता है। किसी भी शरीर और युग में हों — है तो हम सभी आत्माएँ ही ! बतौर आत्मा एक दूजे को सबल बना कर ही कर्मचक्र से मुक्ति सम्भव है।इसलिये, जन्म और जीवन देने वाले पितृजनों की आगे की यात्रा के लिए, कृतज्ञ वंशजों के तौर पर यह हमारा कर्तव्य भी है और धर्म भी।#beautifullife #hindisuvichar

Saturday, 23 September 2023

घर पर पूजा-पाठ करने का क्या है सही विधि!!!!!!!कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले या फिर किसी काम में सफलता प्राप्त करने के लिए सभी लोग अक्सर घर में पूजा पाठ करवाते हैं, ताकि उन्हें अपने लक्ष्य में सफलता मिल सके। अपनी मनोकामना जल्दी पूरी हो सके, इसके लिए घर में पूजा-पाठ और मांगलिक उत्सव करने का सही तरीका इस प्रकार हैं :- और उसके लिए पूजा-पाठ करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए..*घर में पूजा-पाठ का सही स्थान क्या हो..??*:-घर में हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में ही मंदिर का स्थान रखें।-घर का मंदिर हमेशा लकड़ी का बना होना चाहिए।-घर के मंदिर के आसपास कोई गंदगी न हो। उसे हमेशा साफ-सुथरा ही रखें।*||**घर के मंदिर का मुख्य रंग क्या हो..??*:-मंदिर का सही रंग हल्का पीला या नारंगी होना चाहिए।-घर के मंदिर में हमेशा हल्की पीली लाइट का प्रयोग करना चाहिए।-मंदिर में गहरे नीले रंग का प्रयोग नहीं करें।*||**घर के मंदिर में क्या-क्या रखना चाहिए..??*:-घर के मंदिर में हलके पीले रंग का या लाल रंग का वस्त्र बिछाएं।-भगवान गणपति और महालक्ष्मी का स्वरूप रखें।-अपने इष्ट और अपने कुल गुरु का चित्र अवश्य रखें।-एक तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर रखें।*||**घर का मंदिर बनाते समय क्या-क्या सावधानी बरते..??*:-घर का मंदिर दक्षिण-पश्चिम दिशा में न बनाएं।-मंदिर के आसपास कोई गंदगी न हो।-मंदिर शौचालय के पास बिल्कुल न बनाएं।-मंदिर के आसपास जूते-चप्पल कभी भी न रखें।*||**कौन-सी दिशा में बैठकर भजन कीर्तन जाप किया जाए..??*:-हमेशा भजन कीर्तन पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह करके किया जाए तो सर्वोत्तम रहता है। अन्य किसी दिशा में किया गया भजन कीर्तन मन में उत्साह नहीं ला पाता।-भजन कीर्तन करने से पहले भगवान मंगल मूर्ति के चित्र को हमेशा स्थापित करें उसके बाद ही भजन कीर्तन शुरू करें।-जिस देवी-देवता का भजन किया जा रहा है उसके चित्र के सामने गाय के घी का दीपक और धूप अवश्य जलाएं व जल का पात्र भी रखें।*||**भजन कीर्तन में बरतें ये सावधानियां..*:-भजन कीर्तन करते समय इधर-उधर की बातों में ध्यान न दें।-हमेशा शुद्ध और साफ वस्त्र पहनकर ही भजन कीर्तन करें।-भजन कीर्तन में शुद्ध मिठाई और साफ-सुथरे फलों का प्रयोग करें।-हमेशा भजन कीर्तन में गाय के घी का दीपक और कलावे की बाती का प्रयोग करें।*||**घर में पूजा पाठ और जाप का पूरा फल पाने के लिए करें उपाय..*:-घर में पूजा-पाठ करते समय श्वेत गुलाबी या हल्के पीले वस्त्र पहनकर ही पूजा करें।-हमेशा लाल या पीले आसन पर बैठकर ही मंत्र जाप करें।-जाप हमेशा लाल चंदन की माला या रुद्राक्ष की माला से करें।-जाप शुरू करने से पहले भगवान गणपति व गुरु और अपने इष्ट का ध्यान करना चाहिए। उसके बाद ही जाप शुरू करें।*||**सभी तरह की परेशानियों को दूर करने के उपाय..*:-घर में अकारण कलह रहती हो तो प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें।-घर में यदि कोई बीमार रहता हो तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं।-घर में धन की कमी हो तो श्री नारायण भगवान को पीले पुष्प चढ़ाएं।-घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकने के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की बंदनवार लगाएं..!! जय श्री राम

… ︵︷︵︷︵︷︵︷︵​︷︵ ✧​ ज़िन्दगी का फ़लसफा ✧​ ︶︸︶︸︶︸︶︸︶︸︶ एक संत ने अपने दो भक्तों को बुलाया और कहा ~ आपको यहाँ से पचास मील दूर जाना है. एक भक्त को एक बोरी ... खाने के सामान से भर कर दी, और कहा ~ जो भी लायक मिले, उसे देते जाना. दूसरे को ख़ाली बोरी दी, उससे कहा ~ रास्ते में उसे जो भी अच्छी वस्तु मिले, उसे बोरी में भर कर ले अाए. दोनों निकल पड़े.🕴 जिसके कंधे पर सामान था, वो धीरे चल पा रहा था.🕴 ख़ाली बोरी वाला भक्त आराम से जा रहा था. दूसरे को थोड़ी दूर पर … एक सोने की ईंट मिली. उसने उसे बोरी में डाल लिया. थोड़ी ही दूर चला, कि ... फिर एक ईंट मिली. उसने उसे भी उठा लिया. जैसे-जैसे वो चलता गया … उसे सोना मिलता गया, और वो ... बोरी में भरता गया. धीरे-धीरे बोरी का वज़न बढ़ता गया. उसका चलना मुश्किल हो गया. साँस भी फूलने लग गई. एक-एक क़दम चलना मुश्किल होता गया. <<<<<<<>>>>>>> पहला भक्त जैसे-जैसे चलता गया, रास्ते में जो भी मिला, उसे बोरी से खाने का कुछ समान देता गया. धीरे-धीरे बोरी का वज़न कम होता गया, और उसका चलना आसान होता गया. ~ जो बाँटता गया ~ उसका मंज़िल तक पहुँचना आसान होता गया. ~ जो इकट्ठा करता रहा ~ वो रास्ते में ही दम तोड़ गया.👉 दिल से सोचना --> हमने जीवन में क्या बाँटा, और ... क्या इकट्ठा किया ? हम मंज़िल तक कैसे पहुँच पाएँगे ? 📍 जिन्दगी का कड़वा सच 📍 60 साल की उम्र के बाद आपसे कोई यह नहीं पूछेगा, कि आपका बैंक बैलेन्स कितना है, या आपके पास कितनी गाड़ियाँ हैं ? 👇 दो ही प्रश्न पूछे जायेंगे 👇 ~~~~~~~~~~~~ 1. आप का स्वास्थ्य कैसा है ? ❗ और ❗ 2. आप के बच्चे क्या करते हैं ? 🔘 🌀 🔘 मेरा ये मैसेज पढ़कर, वो मित्र, जो ... समय ही नहीं कटता, क्या करें ? 👆🏽 ये बहाना बनाकर 👆🏽 ~ पैसे के लिए ~ भाग-दौड़ करते रहते हैं, उनकी सोच में कुछ बदलाव आ पाए, तो ... मेरा ये प्रयास सफल होगा. ~ यही विनती है ~ #beautifullife #hindisuvichar #jindagi

Friday, 22 September 2023

अमिताभ बच्चन कहते हैं ... "अपने करियर के चरम पर, मैं एक बार हवाई जहाज से यात्रा कर रहा था। मेरे बगल वाली सीट पे एक साधारण से सज्जन व्यक्ति बैठे थे, जिसने एक साधारण शर्ट और पैंट पहन रखी थी। वह मध्यम वर्ग का लग रहा था, और बेहद शिक्षित दिख रहा था।अन्य यात्री मुझे पहचान रहे थे कि मैं कौन हूँ, लेकिन यह सज्जन मेरी उपस्थिति के प्रति अंजान लग रहे थे ... वह अपना पेपर पढ़ रहे थे, खिड़की से बाहर देख रहे थे, और जब चाय परोसी गई, तो उन्होंने इसे चुपचाप पी लिया ।उसके साथ बातचीत करने की कोशिश में मैं उन्हें देख मुस्कुराया। वह आदमी मेरी ओर देख विनम्रता से मुस्कुराया और 'हैलो' कहा।हमारी बातचीत शुरू हुई और मैंने सिनेमा और फिल्मों के विषय को उठाया और पूछा, 'क्या आप फिल्में देखते हैं?'आदमी ने जवाब दिया, 'ओह, बहुत कम। मैंने कई साल पहले एक फिल्म देखा था। 'मैंने उल्लेख किया कि मैंने फिल्म उद्योग में काम किया है।आदमी ने जवाब दिया .. "ओह, यह अच्छा है। आप क्या करते हैं?"मैंने जवाब दिया, 'मैं एक अभिनेता हूं'आदमी ने सिर हिलाया, 'ओह, यह अद्भुत है!' तो यह बात हैं ...जब हम उतरे, तो मैंने हाथ मिलाते हुए कहा, "आपके साथ यात्रा करना अच्छा था। वैसे, मेरा नाम अमिताभ बच्चन है!"उस आदमी ने हाथ मिलाते हुए मुस्कुराया, "थैंक्यू ... आपसे मिलकर अच्छा लगा..मैं जे आर डी टाटा (टाटा का चेयरमैन) हूं!"मैंने उस दिन सीखा कि आप चाहे कितने भी बड़े हो।हमेशा आप से कोई !! बड़ा !! होता है।नम्र बनो, इसमें कुछ भी खर्च नहीं है।

Thursday, 21 September 2023

थोड़ा भरोसा वक़्त पर भी रखो; ये अच्छे से अच्छे चेहरे को बेनकाब कर देता है..।💯🥀🕊

वक़्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करें,क्योंकि सुबह उनकी भी होती है जिन्हें कोई याद नहीं करता..🥀🕊

जिस व्यक्ति में लालच नहींउसे दुनिया में कोई भी कभी गुलाम नहीं बना सकता ॥🥀🕊

किसी का भला ना कर सकोतो बुरा भी मत करनाक्योंकि फल वही प्राप्त होता है, जो हम बोते है।🥀🕊

🌿Fear of change can prevent us from creating space for something better.🌿Deep down you know when it’s time to let go.🌿Oprah says, “Difficulties come when you don’t pay attention to life’s whispers.Life always whispers to you first, but if you ignore the whisper, sooner or later you’ll get a roar.” 🦁(You need to hang out with people who fit your future, not your history. Hang out with people who inspire you to level up.-unknown)

#death मौत सबको आनी है कौन इससे छूटा हैतू फना नही होगा ये तेरा ख्याल झूठा हैसॉस टूटते ही सब रिश्ते टूट जायेंगेंचाचा मामा पापा मम्मी सब छूट जायेंगेंतेरे सारे रिश्ते वाले वक्त का चालान देंगेंछीन कर तेरी दौलत दो गज कफन देंगेंजिनको अपना कहता है कब ये तेरे साथी हैकब्र है तेरी मंजिल और ये सब बाराती हैलाके कब्र में तुझको बिना बिस्तर के डालेंगेंअपने हाथो से ही तेरे मुँह पर मिट्टी डालेंगेंतेरी सारी उल्फत को खाक में मिला देंगेंतेरे चाहने वाले कल तुझे भुला देंगेंइसलिए कहता हूँ खूब सोच ले दिल मेंक्यो फँसाये बैठा है अवि जान अपनी मुश्किल मेंकर गुनाहो से तौबा तू इंसान आके बात संभल जाएजान का क्या भरोसा न जाने कब निकल जाएमुट्ठी बंद करके आने वाले हाथ पसारे जायेगाधन दौलत जागीर से बोल तू क्या पायेगाचढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा।

#Aurat . वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं,तू ही बता क्या करूं के चैन की जिंदगी जी सकूं।।साडी पहनती हूं तो तुझे मेरी कमर दिखती हैचलती हूं तो मेरी लचक पर अंगुली उठती है।।दुप्पटे को क्या शरीर पर नाप के लगाउ मै।कैसे अपने शरीर की संरचना को तुमसे छुपाउ मैं ।।पीठ दिख जाए तो वो भी काम निशानी है।क्या क्या छुपाउ तुमसे तुम्हारी तो मेरे झूमके को देख के बहकती जवानी है।।घाघरा चोली पहनू तो सीने पर तुम्हारी नजर टिकती है,पीछे से देखो तो मेरे back पर तेरी आंखे सटती है ।।केश खोल के रखू तो वो भी बेहयाई है।क्या करे तेरी निगाहों मे समायी काम परछाई है।।हाथो को कगंन से ढक लूं चेहरे पर घुंघट का परदा रखलूंकिसी की जागिर हूं दिखाने के लिए अपनी मांग भरलूं।।पर तुम्हे क्या परवाह मैं किसकी बेटी किसकी पत्नी किसकी बहन हूं।तुम्हारे लिए तो बस तुम्हारी वासना को मिलने वाला चयन हूं।।सिर से पांव के नख तक को छुपालूंगी तो भी कुछ नहीं बदलेगा,तेरी वासना का भूजंग तो नया बहाना बनकर के हमें डस लेगा।। सोच बदलो ...❤...

Wednesday, 20 September 2023

90 का #दूरदर्शन और हम :1.सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर टीवी के सामने बैठ जाना2."#रंगोली"में शुरू में पुराने फिर नए गानों का इंतज़ार करना3."#जंगल-बुक"देखने के लिए जिन दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका घर पर आना4."#चंद्रकांता"की कास्टिंग से ले कर अंत तक देखना5.हर बार सस्पेंस बना कर छोड़ना चंद्रकांता में और हमारा अगले हफ्ते तक सोचना6.शनिवार और रविवार की शाम को #फिल्मों का इंतजार करना7.किसी नेता के मरने पर कोई #सीरियल ना आए तो उस नेता को और गालियाँ देना8.सचिन के आउट होते ही टीवी बंद कर के खुद बैट-बॉल ले कर खेलने निकल जाना9."#मूक-#बधिर"समाचार में टीवी एंकर के इशारों की नक़ल करना10.कभी हवा से #ऐन्टेना घूम जाये तो छत पर जा कर ठीक करनाबचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं आता, दोस्त पर अब वो प्यार नहीं आता।जब वो कहता था तो निकल पड़ते थे बिना #घडी देखे,अब घडी में वो समय वो वार नहीं आता।बचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं आता...।।।वो #साईकिल अब भी मुझे बहुत याद आती है, जिसपे मैं उसके पीछे बैठ कर खुश हो जाया करता था। अब कार में भी वो आराम नहीं आता...।।।#जीवन की राहों में कुछ ऐसी उलझी है गुथियाँ, उसके घर के सामने से गुजर कर भी मिलना नहीं हो पाता...।।।वो '#मोगली' वो '#अंकल Scrooz', '#ये जो है जिंदगी' '#सुरभि' '#रंगोली' और '#चित्रहार' अब नहीं आता...।।।#रामायण, #महाभारत, #चाणक्य का वो चाव अब नहीं आता, बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।वो #एक रुपये किराए की साईकिल लेके, दोस्तों के साथ गलियों में रेस लगाना!अब हर वार 'सोमवार' हैकाम, ऑफिस, बॉस, बीवी, बच्चे;बस ये जिंदगी है। दोस्त से दिल की बात का इज़हार नहीं हो पाता।बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।बचपन वाला वो '#रविवार' अब नही आता...।।।🙂🙏

आज रास्ता बना लिया है, तो कल मंजिल भी मिल जाएगी हौसलों से भरी यह कोशिश एक दिन जरूर रंग लाएगी।

Saturday, 16 September 2023

90 का #दूरदर्शन और हम :1.सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर टीवी के सामने बैठ जाना2."#रंगोली"में शुरू में पुराने फिर नए गानों का इंतज़ार करना3."#जंगल-बुक"देखने के लिए जिन दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका घर पर आना4."#चंद्रकांता"की कास्टिंग से ले कर अंत तक देखना5.हर बार सस्पेंस बना कर छोड़ना चंद्रकांता में और हमारा अगले हफ्ते तक सोचना6.शनिवार और रविवार की शाम को #फिल्मों का इंतजार करना7.किसी नेता के मरने पर कोई #सीरियल ना आए तो उस नेता को और गालियाँ देना8.सचिन के आउट होते ही टीवी बंद कर के खुद बैट-बॉल ले कर खेलने निकल जाना9."#मूक-#बधिर"समाचार में टीवी एंकर के इशारों की नक़ल करना10.कभी हवा से #ऐन्टेना घूम जाये तो छत पर जा कर ठीक करनाबचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं आता, दोस्त पर अब वो प्यार नहीं आता।जब वो कहता था तो निकल पड़ते थे बिना #घडी देखे,अब घडी में वो समय वो वार नहीं आता।बचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं आता...।।।वो #साईकिल अब भी मुझे बहुत याद आती है, जिसपे मैं उसके पीछे बैठ कर खुश हो जाया करता था। अब कार में भी वो आराम नहीं आता...।।।#जीवन की राहों में कुछ ऐसी उलझी है गुथियाँ, उसके घर के सामने से गुजर कर भी मिलना नहीं हो पाता...।।।वो '#मोगली' वो '#अंकल Scrooz', '#ये जो है जिंदगी' '#सुरभि' '#रंगोली' और '#चित्रहार' अब नहीं आता...।।।#रामायण, #महाभारत, #चाणक्य का वो चाव अब नहीं आता, बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।वो #एक रुपये किराए की साईकिल लेके, दोस्तों के साथ गलियों में रेस लगाना!अब हर वार 'सोमवार' हैकाम, ऑफिस, बॉस, बीवी, बच्चे;बस ये जिंदगी है। दोस्त से दिल की बात का इज़हार नहीं हो पाता।बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।बचपन वाला वो '#रविवार' अब नही आता...।।।🙂🙏