Wednesday, 20 September 2023

90 का #दूरदर्शन और हम :1.सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर टीवी के सामने बैठ जाना2."#रंगोली"में शुरू में पुराने फिर नए गानों का इंतज़ार करना3."#जंगल-बुक"देखने के लिए जिन दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका घर पर आना4."#चंद्रकांता"की कास्टिंग से ले कर अंत तक देखना5.हर बार सस्पेंस बना कर छोड़ना चंद्रकांता में और हमारा अगले हफ्ते तक सोचना6.शनिवार और रविवार की शाम को #फिल्मों का इंतजार करना7.किसी नेता के मरने पर कोई #सीरियल ना आए तो उस नेता को और गालियाँ देना8.सचिन के आउट होते ही टीवी बंद कर के खुद बैट-बॉल ले कर खेलने निकल जाना9."#मूक-#बधिर"समाचार में टीवी एंकर के इशारों की नक़ल करना10.कभी हवा से #ऐन्टेना घूम जाये तो छत पर जा कर ठीक करनाबचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं आता, दोस्त पर अब वो प्यार नहीं आता।जब वो कहता था तो निकल पड़ते थे बिना #घडी देखे,अब घडी में वो समय वो वार नहीं आता।बचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं आता...।।।वो #साईकिल अब भी मुझे बहुत याद आती है, जिसपे मैं उसके पीछे बैठ कर खुश हो जाया करता था। अब कार में भी वो आराम नहीं आता...।।।#जीवन की राहों में कुछ ऐसी उलझी है गुथियाँ, उसके घर के सामने से गुजर कर भी मिलना नहीं हो पाता...।।।वो '#मोगली' वो '#अंकल Scrooz', '#ये जो है जिंदगी' '#सुरभि' '#रंगोली' और '#चित्रहार' अब नहीं आता...।।।#रामायण, #महाभारत, #चाणक्य का वो चाव अब नहीं आता, बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।वो #एक रुपये किराए की साईकिल लेके, दोस्तों के साथ गलियों में रेस लगाना!अब हर वार 'सोमवार' हैकाम, ऑफिस, बॉस, बीवी, बच्चे;बस ये जिंदगी है। दोस्त से दिल की बात का इज़हार नहीं हो पाता।बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं आता...।।।बचपन वाला वो '#रविवार' अब नही आता...।।।🙂🙏