Sunday, 2 February 2025

स्त्रियाँ जब भी मिलती हैं बेहद बात करती हैंखोलती हैं मन की गांठे जैसे पुरानी संदूक से निकली गठरी खुली हो।हँसती हैं, खूब हँसती हैंरोती हैं तो जरा सी आँख भर बसदुनिया भर की बातें हैं इनके पासदुनिया भर के उल्हानेदुनिया भर के दुःखदुनिया भर की खुशियाँ।यह साड़ी कहाँ से लीयार झुमकी बड़ी सुंदर हैं मेहंदी अच्छी लग रही है,अच्छा खुले बालों में जच रही हूँ या जूड़ा बांध लूंये कंगन कितने प्यारे हैंतुम सिंपल भी बड़ी अच्छी लग रही होदुपट्टा किधर से लेती होसूट कहाँ सिलवाती होसौ तरह की तारीफसौ तरह की शिकायतें सास की बात कभी बच्चों की बीतें दिनों के जिक्र बिन ये अधूरी हैं।कितनी कम हैं ये बिन बातों केऔर कितनी अधूरी हैं बिना स्त्रियों के ही।मैं सोच रही हूँजब दो आदमी मिलते हैंतो क्या बात करते होंगे वे भी इतना खुल कर ?~unknown source Photo credit: Pinterest #स्त्री मन #स्त्री #woman #maa #मां#hindimotivationalquotes#hindiinspirationalquotes#hindisuvichar #Goodthoughts #hindithoughts#hindishayari#हिंदीविचार #अनमोलवचन #सुविचार #Hindikahani#hindishayri #hindistatus#beautifullife #beautifullife #hindi #suvichar #motivation #Goodthoughts #अच्छी #सच्ची #बातें #बात