Monday, 28 October 2019

ज़रा अदब से उठाना इन बुझे दियों को। इन्होंने कल रात सबको रोशनी दी थी... किसी को जला कर खुश होना अलग बात है, इन्होंने खुद को जला कर रोशनी की थी।