किसी दुर्गंधित स्थान से गुजरते हैं तो
उस समय हम अपनी सॉसें रोक लेते हैं....
पर… जब किसी सुगंधित स्थान से हम गुजरते हैं तो
उस सुगंध को साँसों में बसाते हैं....
ठीक वैसे ही जब बुरे विचार आयें तो
उन्हें अपने भीतर आने भी न दो....
जबकि अच्छे विचारों को हमेशां अपने भीतर समाते रहो…।