Saturday, 18 June 2022

जैसे-जैसे आयु बढ़ती है , तुम्हें ये "अहसास" होने लगता है कि तुमने "व्यर्थ " ही उन लोगों को महत्व दिया, जिनका तुम्हारे जीवन में कोई योगदान था ही नहीं..।