औरतें कभी रीती नहीं रहतीअक्सर देखा होगा तुमने औरतों कोएक उम्र के बाद बहुत कुछ करते हुएकिसी को ब्यूटी प्रोडक्ट बेचते हुएकिसी को सलवार कमीज रखते हुए कोई इंसोरेंस की एजेंट बन जातीतो कोई बच्चों के स्कूल में पढ़ाती कोई कुकिंग कर सब को खिलातीतो कोई डांस क्लास हैं चलातीपैसे की तंगी से नहीं करती ये सबना किसी अपने सपने को ये बुनतीतो सोचा कभी, क्या वज़ह रही होगीजो इस उम्र में ये राह चुनी होगीक्योंकि औरतो को कभी भी खुद के लिए जीना ही नहीं आतासदा से वो देती ही आई हैं प्यार, समय,हुनर, समर्पण.... अचानक जब देना बंद हो जातातो अक्सर खालीपन उन्हें डराताइसलिए चल पड़ती हैं फिर सेअपने पकवानों को देनेअपनी काबिलियत को बेचनेऔरते कभी खुद के लिए नहीं जीतीइसलिए वो कभी रीती नहीं रहतीAuthor: Unknown #aurat #women