Tuesday, 13 August 2024

*पीले पत्ते और हमारे बुजुर्ग*🍁*पौधों की टहनियों पर लगे पीले पत्ते* *मत तोड़ो तुम....!**चंद रोज में....**खुद ब खुद झड़ जाएंगे ।**बैठा करो....,**कुछ तो अपने बुजुर्गों के पास तुम,**एक दिन खुद ही ये चुप हो जाएंगे ।**खर्चने दो.....**उन्हें बेहिसाब तुम यारों !**एक दिन.....,**सब तुम्हारे लिए छोड़ जाएंगे ।**मत टोको, मत रोको उनको बार बार**बात दुहराने पर.....,**एक दिन हमेशा के लिए वे ख़ामोश हो जायेंगे ।**इनका आशीर्वाद सर पर ले लिया करो तुम ,**वर्ना फ़िर ये तस्वीरों में ही नज़र आयेंगे ।**खिला दो उनको कुछ उनकी ही पसंद का.... ,**वरना फिर श्राद्ध में भी देखना वे खाने नहीं आयेंगे ।**पौधों की टहनियों पर लगे पीले पत्ते...**मत तोड़ो तुम.....।*चंद रोज मे..... |खुद ब खुद झड़ जायेंगे l