Saturday, 28 December 2019

"अतीत पर ध्यान केन्द्रित मत करो, भविष्य का सपना भी मत देखो, वर्तमान क्षण पर ध्यान केंद्रित करो |" -गौतम बुद्ध

कभी-कभार, class छोड़ कर दोस्तों के साथ वक़्त गुजारना भी अच्छा होता है, क्योंकि अब, जब मैं वापस पलट कर देखता हूँ, तो marks कभी मुझे हंसा नहीं पाते जबकि यादें मेरे चहरे पर मुस्कान ला देती हैं।- डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम

अच्छे लोगों की परीक्षा कभी न लीजिए , क्योंकि वे पारे की तरह होते हैं... जब आप उन पर चोट करते हैं तो वे टूटते नहीं हैं... लेकिन फिसल कर चुपचाप आपकी जिंदगी से निकल जाते हैं.।?🏻

जिंदगी से एक सबक मिला है* *अकड़ में रहो तो लोग* *औकात मे रहते हैं* !

सुबह सुबह किसी ने द्वार खटखटाया, मैं लपककर आया,जैसे ही दरवाजा खोलातो सामने बुढ़ापा खड़ा था,भीतर आने के लिए, ,जिद पर अड़ा था..मैंने कहा :"नहीं भाई! अभी नहींअभी तो मेरी उमर ही क्या है..''वह हँसा और बोला :बेकार कि कोशिश ना कर,मुझे रोकना नामुमकिन है... मैंने कहा :".. अभी तो कुछ दिन रहने दे,अभी तक दूसरो के लिए जीया हूँ ..अब अकल आई है तो कुछ दिनअपने लिए और दोस्तों के साथ भी जीने दे..''*बुढ़ापा हंस कर बोला* :"अगर ऐसी बात है तो चिंता मत कर..उम्र भले ही तेरी बढ़ेगीमगर बुढ़ापा नहीं आएगा, तू जब तक दोस्तों के साथ जीएगा,खुद को जवान ही पाएगा..''*तो दोस्तों, चलो आजसे ही* *बढ़ती उम्र का लुत्फ़ उठाएं**और अपने बुढ़ापे को* *जवान बनाएं!!*😜

Tuesday, 24 December 2019

रिश्‍ता वो नहीं होता,जो दुनिया को दिखाया जाता है...रिश्‍ता वह होता है,जिसे दिल से निभाया जाता है...अपना कहने से कोई अपना नहीं होता,अपना वो होता है... जिसेदिल से अपनाया जाता है.!

खुश रहने का सुंदर उपायउम्मीद रब से रखोसब से नहीं.. good morning

लोग क्या कहेंगे यह बात हमारी आत्मा बन गई हैं।और बड़े मजे की बात हैं आप जिनसे डरते हैं कि ये लोग क्या कहेंगे, वो भी आपसे डरते हैं कि ये लोग क्या कहेंगे।सब एक दूसरे से डर रहे हैं और जीवन गवां रहें हैं।इसलिए दूसरों की आंखों से देखना बंद करो, तुम्हारे पास आंखे हैं, तुम अंधे नहीं हो।जो व्यक्ति सदा दूसरों की आंखों में अपनी छवि खोजता हैं वह कभी भी निजता को उपलब्ध नहीं हो पाता।वस्तुतः वह व्यक्ति नहीं रह जाता, भीड़ हो जाता हैं - प्रदूषित भीड़।और याद रखना भीड़ सदा भेड़ों की होती हैं, सिंह अकेले चलते हैं। 0$H0

हथेली पर रखकर नसीब, तू क्यों अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है,सीख उस समन्दर से, जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है!

हथेली पर रखकर नसीब, तू क्यों अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है,सीख उस समन्दर से, जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है!

बदलते दौर में मुस्कुराने के लिए,एक चेहरा चाहिए हँसने हँसाने के लिए।दौरे जहाँ में एक मुकाम ऐसा भी है,मुस्कुराते हैं सभी ग़म भुलाने के लिए।

खुशी देने वाले भले ही हमेशा अपने नहीं होते.... लेकिन दर्द देने वाले अक्सर अपने ही होते हैं।

चेहरे के रंग देखकरदोस्त ना बनाना दोस्तों……“तन” का काला चलेगा लेकिन“मन” का काला नहीं।

खुशी देने वाले भले ही हमेशा अपने नहीं होते.... लेकिन दर्द देने वाले अक्सर अपने ही होते हैं।

मजाक का सहारा लेकर... लोग अाजकल दिल की बातें बोल देते हैं..

Monday, 23 December 2019

😜😜😜😜😜आज मैंने अपने आप से पूछा कि जिंदगी कैसे जीनी चाहिए ?मुझे मेरा पूरा कमरा ही जवाब देने लगाछत ने कहा – ऊंचा सोंचोपंखे ने कहा – दिमाग ठंडा रक्खोघड़ी ने कहा – समय की कदर करोकैलेंडर ने कहा – वक्त के साथ चलोपर्स ने कहा – भविष्य के लिए बचाओशीशे ने कहा – अपने आप को देखोदीवार ने कहा – दूसरों का बोझ बांटोखिड़की ने कहा – अपने देखने का दायरा बढ़ाओफर्श ने कहा – जमीन से जुड़ कर रहो.फिर मैंने बिस्तर की तरफ देखा और *बिस्तर ने कहा* –,रजाई ओढ़ कर सो जा पागल ठंड बहुत है।बाकी सब मोह माया है।😜😂😂😂😂😂😂Happy winter

जिंदगी में जब आएँ खुशियाँतो चखना तुम मिठाई की तरह ….मुमकिन है ग़म भी आएँगेतो उन्हें भी स्वीकार लेना दवाई की तरह…!!

वो शख्स एक छोटी सी बात पे यूँ रूठ के चल दिया,जैसे उसे सदियों से किसी बहाने की तलाश थी…!!

Saturday, 21 December 2019

श्रीकृष्ण भगवान कहते हैं....कभी किसी के चहरे को मत देखो....बल्कि उसके मन को देखो।“क्योंकि”अगर सफेद रंग में वफा होती....तो नमक जख्मों की दवा होती।

झूठा अपनापन तो हर कोई जताता है...वो अपना ही क्या जो पल-पल सताता है...यकीन न करना हर किसी पर....क्योंकि करीब है कितना कोईयह तो वक्त ही बताता है.।

ऐ ज़िन्दगी इतने भी दर्द न दे कि मैं बिखर जाऊं,ऐ ज़िन्दगी इतने भी ग़म न दे कि ख़ुशी भूल जाऊं,ऐ ज़िन्दगी इतने भी आँसू न दे कि मैं हँसना भूल जाऊं,इतने भी इम्तिहान न ले कि मैं हार के जीना भूल जाऊं।

“रिश्ते” काँच की तरह होते हैं; टूट जाएं तो “चुभते ” हैं; इन्हें संभालकर “हथेली ” पर सजाना; क्योंकि इन्हें टूटने मे एक पल; और बनाने मे बरसों लग जाते हैँ।

कोई भी ; हमें पहचान नहीं पाया...... कुछ “अंधे” थे कुछ “अँधेरे” में थे.।

थोड़ा सा और बिखर जाऊं, मैंने यही ठानी है,​ ​ऐ जिंदगी , थोड़ा रुक, मैंने अभी, हार कहाँ मानी है !!​

मुझे पसंद हैं , वो लोग जो मुझे पसंद नहीं करते.... कम से कम वह लोग दिखावा तो नहीं करते.।

Friday, 20 December 2019

“बनावट” “सजावट” और “दिखावट”.... इन्हीं तीन चीजों के कारण आई है , “लोगों ” में “गिरावट”।

शुभ-सवेरा Life is Very Beautiful ? ख्वाहिशों का शहर बहुत बड़ा होता है, बेहतर यही है की हम, ज़रूरतों की गली में मुड़़ जाएँ! खुशियाँ उतनी ही अच्छी... जितनी मुठ्ठी में समा जाएं..... छलकती बिखरतीखुशियों कोअक्सर ज़माने की नज़र लग जाती है! Enjoy Your's Life .?आपका दिन मंगलमय हो.Good morning.

“रिश्ते” काँच की तरह होते हैं; टूट जाएं तो “चुभते ” हैं; इन्हें संभालकर “हथेली ” पर सजाना; क्योंकि इन्हें टूटने मे एक पल; और बनाने मे बरसों लग जाते हैँ।

आखिर क्यों रिश्तों की गलियाँ इतनी तंग हैं...शुरूआत कौन करे, यही सोच कर बात बंद है. :))

Thursday, 19 December 2019

“बुरे” दिन तो सबके एक ना एक बदल ही जाते हैं ....लेकिन वह बुरा “व्यव्हार ” और बुरे “शब्द” ; कभी नहीं भूलते ....जो बुरे समय में अपनों ने सुनाये होते हैं ।skl.

हम नींद में सपने देखते हैं, ईश्वर हमें हर दिन नींद से जगाकर उन सपनों को पूरा करने का एक मौका देते हैं।उठिये भगवान का शुक्रिया अदा कीजिये । good morning

“अहमियत” दी तो खुद को कोहिनूर मानने लगे...कांच के कुछ टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे।

इज्जत और तारीफ मांगी नहीं जाती , कमाई जाती है.।नेत्र केवल दृष्टि प्रदान करते हैं...परंतु हम कहाँ क्या देखते हैं , यह हमारे मन की भावना पर निर्भर है ॥

' बस अलग हूँ, गलत नहीं।

झूठा अपनापन तो हर कोई जताता है...वो अपना ही क्या जो पल-पल सताता है...यकीन न करना हर किसी पर....क्योंकि करीब है कितना कोईयह तो वक्त ही बताता है.।

Tuesday, 17 December 2019

“अपने जिस्म को ज़रूरत से ज़्यादा न सवारों,क्योंकि इसे तो मिट्टी में मिल जाना है,सवॉरना है तो अपनी रूह को सवॉरों क्योंकि इसे तुम्हारे रब के पास जाना है” guru nanak Dev ji.

लोग इंतज़ार करते रहे की हमें टूटा हुआ देखें और हम थे की सहते सहते पत्थर के हो गए।।

किसी को गीता में ज्ञान ना मिला, किसी को कुरान में ईमान ना मिला, उस बन्दे को आसमान में रब क्या मिलेगा .....जिसे इंसान में इंसान ना मिला.।

भलाई करते रहिए बहते पानी की तरह, बुराई खुद ही किनारे लग जाएगी कचरे की तरह,

Monday, 16 December 2019

हर पल मुस्कुराओ, बड़ी “खास” है जिंदगी…!क्या सुख क्या दुःख ,बड़ी “आस” है जिंदगी… ! ना शिकायत करो .ना कभी उदास हो...जिंदा दिल से जीने का “अहसास” है जिंदगी….!! good morning.

शरीफ रहोगे तो दुनिया बदनाम करेगी,और बदनाम रहोगे तो दुनिया सलाम करेगी..!!

    सिर्फ कपड़े ही नहीं सोच भी ब्रांडेड होनी चाहिए ।

    ज़िन्दगी को इतनी भी सस्ती मत समझो कि 2 कौड़ी के लोग आकर तुम्हारी ज़िन्दगी से खेल जाएं।

    आजकल रिश्ते झूठ बोलने से नहीं सच बोलने से टूट जाते हैं ।

Tuesday, 10 December 2019

धोखा देने वाले लोगों को एक बार तो माफ कर देना चाहिए । लेकिन दूसरी बार धोखा देने वालों पर दोबारा विश्वास हरगिज़ नहीं करना चाहिए। गलतियां तो सभी से हो जाती हैं, गलतियों की माफी भी होती है।पर धोखा देना गलती नहीं होता, अक्षम्य होता है।अगर आप ऐसे लोगों पर वापस से विश्वास करने की सोच रखते हैं तो अवश्य ही आप एक बार फिर धोखा खाएंगे । क्यूंकि , विश्वासघात करने वाले किसी के सगे नहीं होते, वो बस अपना फायदा देखते हैं, ईमान धरम नहीं होता उनका।“ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको हमने ठगा नहीं ”। skl.

बारिश के दौरान सारे पक्षी आश्रय की तलाश करते हैं, लेकिन : बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को हीअवॉयड कर देते हैं। समस्याए कॉमन है, लेकिन आपका एटीट्यूड इसमें डिफरेंस पैदा करता है।

“वक़्त” आपको बता देता है... कि “लोग” क्या थे ? और आप क्या समझते थे ।

सवाल “ज़हर” का नहीं था... वह तो मैं पी गया । अपनों को तकलीफ तब हुई जब मैं “ज़हर” पीकर भी जी गया।

इतने बुरे तो नहीं थे जितने इल्ज़ाम लगाए लोगों ने, कुछ क़िस्मत ख़राब थी, कुछ आग लगाई लोगों ने।

Friday, 6 December 2019

जिन्हें गुस्सा आता है वो लोग सच्चे होते हैं ,मैंने झूठों को अक्सर मुस्कुराते हुए देखा है

कभी जिन्दगी का ये हुनर भी आजमाना चाहिए,जब अपनों से जंग हो, तो हार जाना चाहिए

सीख रहा हूँ धीरे धीरे तेरे शहर के रिवाज,जिससे मतलब निकल जाए उसे जिंदगी से निकाल देना…

दिमाग कचरे का डब्बा नही, जिसमे आप क्रोध, लोभ, मोह, अभिमान और जलन रखे..दिमाग एक खजाना है, जिसमे आप प्यार, सम्मान, ज्ञान, विज्ञान, मानवता और दया जैसी बहुमूल्य चीजें रख सकते है..।

बहुत सोच समझ कर अपनों से रूठा करो ।।आज कल मनाने का रिवाज खत्म हो गया है ।

जो लोग दूसरों को बर्बाद करने की सोचते हैं ... वह अपने मकसद में इस हद तक अंधे हो जाते हैं ... कि वह खुद कब बर्बाद हो जाएं उनको पता नहीं चलता।

Monday, 2 December 2019

अगर कोई मनुष्य आपको केवल ज़रूरत पड़ने पर ही याद करता है तो उस बात का बुरा मत मानो, क्योंकि जब अँधेरा हो जाता है तभी दिए की याद आती है।

केवल दो चीजों से इंसान सारे रिश्ते खो देता है, एक गलत फहमी और दूसरा इंसान का अभिमान.!

एक विवाहित बेटी का पत्र उसकी माँ के नाम माँ तुम बहुत याद आती हो अब मेरी सुबह 6 बजे होती है और रात 12 बज जाती है, तब माँ तुम बहुत याद आती हो सबको गरम गरम परोसती हूँ, और खुद ठंढा ही खा लेती हूँ, तब माँ तुम बहुत याद आती हो जब कोई बीमार पड़ता है तो एक पैर पर उसकी सेवा में लग जाती हूँ, और जब मैं बीमार पड़ती हूँ तो खुद ही अपनी सेवा कर लेती हूँ, तब माँ तुम बहुत याद आती हो जब रात में सब सोते हैं, बच्चों और पति को चादर ओढ़ाना नहीं भूलती, और खुद को कोई चादर ओढाने वाला नहीं, तब माँ तुम बहुत याद आती हो सबकी जरुरत पूरी करते करते खुद को भूल जाती हूँ, खुद से मिलने वाला कोई नहीं, तब ;माँ तुम बहुत याद आती हो यही कहानी हर लड़की की शायद शादी के बाद हो जाती है कहने को तो हर आदमी शादी से पहले कहता है माँ की याद तुम्हें आने न दूँगा पर, फिर भी क्यों? माँ तुम बहुत याद आती हो

,बेटी वो फूल है जो हर किसी के बाग़ मे नहीं खिलता

जिनकी नज़र में हम अच्छे नहीं हैं , वो अपनी अॉखें डोनेट कर सकते हैं।