धोखा देने वाले लोगों को एक बार तो माफ कर देना चाहिए । लेकिन दूसरी बार धोखा देने वालों पर दोबारा विश्वास हरगिज़ नहीं करना चाहिए। गलतियां तो सभी से हो जाती हैं, गलतियों की माफी भी होती है।पर धोखा देना गलती नहीं होता, अक्षम्य होता है।अगर आप ऐसे लोगों पर वापस से विश्वास करने की सोच रखते हैं तो अवश्य ही आप एक बार फिर धोखा खाएंगे । क्यूंकि , विश्वासघात करने वाले किसी के सगे नहीं होते, वो बस अपना फायदा देखते हैं, ईमान धरम नहीं होता उनका।“ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको हमने ठगा नहीं ”। skl.