सच्चे और अच्छे मित्र इंसान को सदा अच्छी सलाह देते हैं....उसे बुरे रास्ते पर चलने से रोकते हैं .... लेकिन मित्र का चोला पहना हुआ शत्रु उसे बहकाता है , बहलाता है, भटकाता है, गलत रास्ते पर जाने की सलाह देकर काम करने के लिए उकसाता है , और एक दिन इंसान अपने मित्र रुपी जाल में फंस जाता है।