Thursday, 14 July 2022

बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या ईमानदारी वो संस्कारों पर निर्भर करता है। चालाकी चार दिन चमकती है ईमानदारी जिंदगी भर की निकटता बनाए रखती है।