Friday, 15 July 2022

फुर्सत में करेंगे तुझसे हिसाब-ए-ज़िन्दगी... अभी तो उलझे हैं खुद को सुलझाने में । कभी इसका दिल रखा... और कभी उसका दिल रखा... इसी कशमकश में भूल गए , कि खुद का दिल कहाँ रखा।