मनोवैज्ञानिकों का कहना है, 'जो व्यक्ति अपनी गलतियों को मान लेते हैं उनका जीवन पहले से अधिक सुंदर हो जाता है। उनमें आत्मविश्वास और सद्गुणों का विकास होता है। ऐसे व्यक्ति जो स्वयं की गलती स्वीकार नहीं करना चाहते, उनमें धीरे-धीरे नकारात्मक गुणों का विकास होने लगता है।