वो खा लेगा खाने में कम नमक या ज्यादा तीखा, बस तुम उसे मुस्कुरा कर परोसना...वो उठा लेगा तुम्हारे ढ़ेरों शॉपिंग बैग्स अपने हाथ मे बशर्ते तुम उसका दूसरा हाथ थामे रखना..वो जागेगा तुम्हारे साथ जब तुम्हे नींद ना आ रही हो लेकिन तुम भी उसकी बेचैन रातों में अपनी नींद उड़ा कर देखना...वो पूरी करेगा तुम्हारी हर ज़िद हर फरमाइश,पर तुम भी कभी कभी उसके बचपने को मौका देना...वो पोंछ देगा तुम्हारे आंसू तुम्हारे हर दुख में,लेकिन तुम भी उसके उदास लम्हो में उसके कांधो पर अपना हाथ रखना..वो सहलायेगा तुम्हारी पीठ तुम्हारी छोटी से छोटी सफलता पर, तुम भी उसके लिए अपनी आंखों में विश्वास जगाए रखना..पुरुष किसी नवजात शिशु की मुस्कान जितना सरल है..जैसे किसी शिशु की तरफ देखकर मुस्कुराओ तो वो बदले में सिर्फ मुस्कुराहट ही देता है..जैसे कोई शिशु भांप लेता है अपनत्व का स्पर्श और खुशबू.. तुम भी उस पुरुष को देना वही अपनत्व का स्पर्श और प्रेम की खुशबू...वो महक उठेगा... उसके महकने से ही तुम्हारी दुनिया गुलज़ार है..!!