Monday 12 July 2021

पाने को कुछ नहीं, ले जाने को कुछ नहीं; उड़ जाएंगे एक दिन... तस्वीर से रंगों की तरह! हम वक्त की टहनी पर... बैठे हैं परिंदों की तरह !! ना राज़ है... “ज़िन्दगी" ना नाराज़ है... "ज़िन्दगी"; बस जो है, वो आज है... “ज़िन्दगी"