Thursday 27 October 2022

सिर्फ सम्बन्ध ही रह जाते हैं मुनाफ़ा बन के, वरना ज़िन्दगी के सौदों में नुकसान बहुत है। जिंदगी का कैल्कुलेशन बहुत बार किया लेकिन सुख-दुःख का एकांउट कभी समझा ही नहीं ।जब टोटल किया तो समझ आया कर्मों के सिवा कुछ भी बैलेंस रहता नहीं ।