Friday 21 October 2022

इस पूरे ब्रह्मांड में ऐसी कोई ताकत नहीं जो इंसान की इच्छाओं की पूर्ति कर सके । क्योंकि इंसान की इच्छाएं एक समुद्र के समान होती हैं, जिसे कभी भी भरा नहीं जा सकता..।