Wednesday, 19 October 2022

फूंक मारकर हम जलते दिए को बुझा सकते हैं, लेकिन अगरबत्ती को नहीं । क्योंकि जो महकता है उसे कौन रोक सकता है। और जो जलता है वह खुद ही बुझ जाता है ।