Wednesday 19 October 2022

***एक सोच जो जिंदगी बदल दे*** हमें अपने दुख, दर्द, मुश्किल, परेशानियों में किसी ना किसी साथ की जरूरत होती है । जिससे हम अपनी व्यथा कह सकें या किसी के कंधे की जरूरत महसूस होती है जिससे उसके कंधे पर सर रखकर हम रो सकें और खुद को हल्का महसूस करा सकें । परंतु यह संभव नहीं कि हमें यह साथ या यह कंधा हमेशा आसानी से मिल सके। तो क्यों ना खुद को ऐसा बनाया जाए कि जिंदगी के दिए दर्द से अकेले ही (आत्मविश्वास और हिम्मत) के साथ लड़ना सीख जाए। यही आत्मविश्वास और हिम्मत जिंदगी को जीतने में हमारी मदद करेगा और इस तरह हमारी जिंदगी खुशनुमा और सरल बन जाएगी। माना कि कहना जितना आसान है करना उतना ही मुश्किल परंतु फिर भी यदि खुद पर काम किया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं।खुद से लड़ना और उससे जीतना सबसे पहली और सबसे बड़ी बात है ,उसके बाद तो कुछ भी असंभव नहीं