Friday, 1 December 2023

खुद को इतना भी मत बचाया करबारिशें हों तो भीग जाया करचाँद लाकर कोई नहीं देगाअपने चेहरे से जगमगाया करदर्द हीरा है दर्द मोती हैदर्द आँखों से मत बहाया करकाम ले कुछ हसीन होंठो सेबातो-बातो मे मुस्कुराया करधुप मायूस लौट जाती हैछत पे कपडे सुखाने आया करकौन कहता है दिल मिलाने कोकम से कम हाथ तो मिलाया कर