Thursday 11 July 2024

*उम्रदराज* न बनें*उम्र को दराज़* में रख दें। खो जाएं ज़िन्दगी में,*मौत का इन्तज़ार न करें*जिनको आना है आए,जिसको जाना है जाए।*पर हमें जीना है*। ये न भूल जाएं।जिनसे मिलता है प्यार, उनसे ही मिलें बार बार। महफिलों का शौक रखें*दोस्तों से प्यार करें* जो रिश्ते हमें समझ सकें,उन रिश्तों की कद्र करें।*बंधें नहीं किसी से भी,*ना किसी को बँधने परमजबूर करें।दिल से जोड़ें हर रिश्ता, और उन रिश्तों से दिल से जुड़े रहें।*हँसना अच्छा होता है*पर अपनों के लिये,रोया भी करें। याद आएं कभी अपने तो,आँखें अपनी नम भी करें। *ज़िन्दगी चार दिन की है,*तो फिर शिकवे शिकायतेंकम ही करें। *उम्र को दराज़ में रख दें*उम्रदराज़ न बनें !! *हमेशा मुस्कुराते रहिए* ❣️❣️