जब इंसान जिंदा होता है,तो अपने मन की बात किसी से कहता है तो उसे समझने वाला कोई नही होता। और जब मर जाता है ,तो लोग कहते हैं काश अपनी समस्या मुझसे कह देता, मैं कुछ मदद कर देता। ये सब फर्जी लोग हैं कोई किसी की मदद या दया नहीं करते। अपना दुख खुद झेलना पड़ता है, अपनी मदद खुद करनी पड़ती है।