Sunday, 10 January 2021

"चैन से जीने के लिए चार रोटी और दो कपड़े काफ़ी हैं "। "पर,बेचैनी से जीने के लिए चार मोटर, दो बंगले और तीन प्लॉट भी कम हैं !!""आदमी सुनता है मन भर सुनने के बाद प्रवचन देता है टन भर,"और खुद ग्रहण नही करता कण भर ।।"