पिता अपने परिवार और अपने बच्चो की खुशियों व उन्हें भविष्य को सुरक्षित बनाने उनकी हर खवाईश पूरी करने के लिए कड़ी मेहनत करता और और इस बिच पिता अपने सपनों व इच्छाओ का बलिदान कर देता है | धरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई हैजिन्दगी को तरस के खुदा ने ये तस्वीर बनाई हैहर दुख वो बच्चों का खुद पे वो सह लेतें हैउस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते है