हम उस जमाने में रह रहे है दोस्तोंजहाँ अपने उधार दिए हुए पैसे थोड़े से दवाब डाल कर वापिस माँग लो तो हमें ही ये सुनना पड़ता है पैसे के लिए मर रहे हो क्या, पैसे के लिए रिश्ते को भूल गए, पैसा ही सब कुछ नहीं है! अरे भाई इतनी सुना रहे हो, पैसे वापिस करो ना फिर...