Friday, 3 September 2021

ये शोहरते, ये मोहोब्बते, ये कामयाबियाँ, सब फिजूल हों गए... जब जीनी चाही हमने जिंदगी, हम सुपुर्दे धूल हों गए.... अब यादें ही बावस्ता रह जाएंगी मेरी... अब हम हर दिल में रहेंगे सबकी नजरो से दूर हो गए....