Tuesday, 14 September 2021

कड़वा सचहम उन्हे ही रुलाते हैं, जो हमारी परवाह करते हैं..( माता / पिता / पत्नी)हम उनके लिए रोते है, जो हमारी परवाह नहीं करते..(औलाद)और हम उनकी परवाह करते हैं, जो हमारे लिए कभी भी नहीं रोयेगें ...! (समाज)