Saturday, 22 January 2022

इतनी 'खामोशियां' क्यों होती है तेरी 'आगोश' मे.. 'ऐ कब्र' 'लोग' तो 'अपनी' 'जान' देकर 'तुझे' 'आबाद' किया करते हैं।