Wednesday, 12 January 2022

चलते चलते पता ही न चला, ज़िन्दगी के सफर में कब अपने ख्वाबों से इतनी दूर चले गए ...जीते रहे जिन अपनों की खातिर उम्र भर...वक़्त पड़ते ही हाथ छोड़ चले गए।