Sunday 26 March 2023

शिकायतों का कोई अंत नहीं साहेब, पत्थर कहते हैं कि हम पानी की मार से टूट रहे हैं , और पानी को शिकायत है कि पत्थर हमें खुलकर बहने भी नहीं देते ।