गाय का बछडा मां से उठकर दुध पीने की आशा से कहता है हे मां उठ मुझै भूख लगी है मुझे दुध पीला और घर चलते है निराश मां कहती है जबतक मे दूध दैती थी घर वालो को प्यारी लगती थी मेरी उम्र ढल चुकी हैं घर वालो ने हमे बैघर कर दिया तू जा बेटा घास खाकर गुजारा कर मेरे पांवो मे वो ताकत नहीं है .जो खडी हो सकु इतना कहकर उस गाय ने इस स्वार्थी मानव को दुआ दैकर संसार से विदाई लेली 😭😭