Wednesday, 16 December 2020

वो भी एक मां है #सासयों सास को बदनाम ना करोबहुत बड़ा दिल रखती हैजीवन की जमा पूंजी सब दे देती हैसौप देती जो कभी उसका थाजिस घर की मालकिन थी वोथाल सजा ,तेरे हाथों के निशानतेरी आरती उतारघर की चाबी भी सौप देती अपना सब देकर नजर तो रखेंगीतुझे आजमाने के लिए तेरी परीक्षा भी तो लेगीअपनी मालकियत के कुछ अनुभव भी तुम्हे देंगीकभी तुमसे रूठ जाएं तोप्यार से मना लेनाये अनमोल रिश्ता हैप्यार से सजा लेनाकितना बड़ा दिल होगाजो अपना जिगर का टुकड़ातुम्हे सौप देती हैबदले में बस कभी कभी उसकी टोह लेती हैसास तेरे सुहाग की दुआ करती हैउसके लिए खुद दुख सहती हैहां कभी सुना देती हैथोड़ा बडबडा भी लेती हैपर सर दर्द में चाय भी बना के देती हैतेरे बेटा होने पे वो भी नाच लेती हैकभी कभी तो तेरे बच्चौ संगवो भी बचपन जी लेती हैउसका भी दिल होता हैवो जताती नहींकभी बताती नहींचुपके से तेरे लिए वो दुआ करती हैतेरी गृहस्थी से एक वो ही हैजो कभी जलती नही🙏🙏