Friday 5 March 2021

किसी महापुरुष क्या खूब कहा है ,बेशक औरत पांव की जूती है उस मर्द के लिए जो खुद को पांव समझता हैं ।और औरत सर का ताज है उस मर्द के लिए जो खुद को बादशाह समझता है. ।